Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने शादी के बहाने चुनावी सियासत में उतरने की एंट्री का ट्रेलर पेश किया है. भरतपुर विधानसभा के खोंगापानी के रहने वाले नीरज पांडेय ने मनेंद्रगढ़ विधानसभा के सर्कस ग्राउंड में भव्य शादी समारोह आयोजित करवाया. जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत, सांसद ज्योत्सना महंत के साथ ही कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत, संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव, विधायक गुलाब कमरो के अलावा एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन, विधायक देवेंद्र यादव पहुंचे.
एक ओर जहां खासदार ने शादी में पहुंचकर नीरज पांडेय की प्रदेश की सियासत में पहुंच दिखाई. वहीं दूसरी ओर शादी समारोह में ज्यादातर मनेंद्रगढ़ विधानसभा के लोगों को पहुंचना ये संकेत देता है कि नीरज पांडेय एनएसयूआई कोटे से मनेंद्रगढ़ विधानसभा की दावेदारी कर सकते हैं. अगर कांग्रेस ने सिटिंग विधायकों के टिकट काटे तो मनेंद्रगढ़ से विनय जायसवाल की जगह एनएसयूआई कोटे से नीरज पांडेय को कांग्रेस विधानसभा तक पहुंचने का मौका दे सकती है.
कांग्रेस के बड़े नेताओं को बुलाया गया
बता दें कि नीरज पांडेय ने भव्य शादी समारोह आयोजित कर कांग्रेस के बड़े नेताओं को बुलाकर कहीं न कहीं चुनावी सियासत में एंट्री के संकेत दे दिये हैं. नीरज को एनएसयूआई कोटे से मनेंद्रगढ़ विधानसभा का दावेदार इसलिए भी बताया जा रहा है कि नीरज जिस भरतपुर-सोनहत विधानसभा के खोंगापानी से आते हैं, वह सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है. यहां से गुलाब कमरो कांग्रेस विधायक हैं.
खोंगापानी मनेंद्रगढ़ विधानसभा से 10 किलोमीटर दूर है. नीरज के ज्यादातर समर्थक भी मनेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं. ऐसे में नीरज मनेंद्रगढ़ से विधानसभा की दावेदारी करने से नहीं चूक सकते. हालांकि नीरज कहते हैं कि पार्टी जो आदेश देगी मैं वो करूंगा, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में नीरज अगर मनेंद्रगढ़ विधानसभा से एनएसयूआई कोटे से विधायक की दावेदारी करते हैं तो कोई बड़ी बात नहीं होगी. नीरज के समर्थक उन्हें मनेंद्रगढ़ से भावी विधायक के तौर पर देख रहे हैं.
एक समय सीएम से मिलने नहीं दिया गया
नीरज जब एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव थे, तब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मरवाही उपचुनाव के समय मनेंद्रगढ़ दौरा हुआ था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एसईसीएल के हसदेव विश्राम गृह में रुके थे, जहां नीरज दो दर्जन एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ भूपेश बघेल जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पहुंचे थे, लेकिन सुरक्षाकर्मी नीरज को रेस्ट हाउस को अंदर नहीं जाने दिए. जबकि नीरज के साथ आए कार्यकर्ता विधायकों का सहारा लेकर सीएम से मिल सके थे.