Chhattisgarh News: घुमंतू और कचरा बीनने वाले 12 बच्चों का स्कूल में दाखिला, माता-पिता हुए भावुक
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में घुमन्तु, कचरा बीनने वाले और अनाथ बच्चों के लिए जिला प्रशासन बाल जतन अभियान संचालित कर रहा है. इस योजना के अंतर्गत शुक्रवार को 12 बच्चों का एडमिशन हुआ है.
Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में घुमन्तु, कचरा बीनने वाले और अनाथ बच्चों के लिए एक योजना बनाई गई है. इसमें बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उनके भविष्य को संवारने के लिए जिला प्रशासन द्वारा संचालित बाल जतन अभियान धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है.
इस अभियान के तहत कलेक्टर पी.एस. ध्रुव की मौजूदगी में 12 घुमंतू और कचरा बीनने वाले बच्चों को स्कूल में दाखिला कराया गया. कलेक्टर ध्रुव ने इस मौके पर सभी बच्चों को तिलक लगा माला पहनाकर उनकी हौसला अफजाई की. उन्होंने सभी बच्चों को उनकी कक्षा के अनुसार बस्ता और पठन-पाठन सामग्री प्रदान करते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी. शाला प्रवेशित सभी बच्चे चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र के भैंस दफाई, महुआ दफाई, टिकरापारा इंदिरा नगर क्षेत्र के हैं.
पावक हुए भावुक
कलेक्टर ने इस मौके पर मौजूद पालकों से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और भविष्य को लेकर जब बातें की, तो पालक भावुक हो उठे. उनकी आंखों में बरबस आंसू आ गए. सभी पालकों ने अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का संकल्प लिया और कहा कि हम काम पर जाने से पहले अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाएंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कलेक्टर पीएस ध्रुव और जिला प्रशासन के अधिकारियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पहली बार प्रशासन ने उन जैसे गरीब-दुखियारों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और भविष्य को लेकर इतनी संवेदनशीलता दिखाई है कि इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है.
19 नवंबर से शुरू किया गया है अभियान
गौरतलब है कि मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में बाल जतन अभियान बीते 19 नवंबर से शुरू किया गया है. अभी इस अभियान को शुरू हुए महीना भर भी नहीं बीता है कि जिला प्रशासन 15 घुमंतू और कचरा बीनने वाले 15 बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराया जा चुका है. स्कूलों में ऐसे श्रेणी के प्रवेशित बच्चों की मॉनिटरिंग अधिकारी नियमित रूप से कर रहे है और सप्ताह में एक दिन स्कूल पहुंचकर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के बारे में शिक्षकों से चर्चा कर उनका मूल्यांकन रिपोर्ट भी तैयार कर रहे हैं. यह अभियान अभी शुरूआती दौर में जिले के नगरीय क्षेत्रों में शुरू किया गया है. इसका विस्तार अगले चरण में ग्रामीण इलाकों में भी किया जाएगा. इस अभियान से स्वयं सेवी, समाज सेवी संस्थाओं को भी जोड़ने की पहल की जा रही है.
कलेक्टर पीएस ध्रुव ने की पहल
कलेक्टर पीएस ध्रुव ने सभी धुमन्तू बच्चों के माता-पिता को आजीविकामूलक गतिविधियों से जोड़े जाने की भी पहल की है. इसके लिए निगम आयुक्त द्वारा एस.एल.आर.एम सेंटर और मल्टी एक्टिविटी सेंटर में संचालित गतिविधियों से ऐसे परिवारों के लोगों को प्राथमिकता से रोजगार देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. चिरमिरी स्थित शासकीय प्राथमिक शाला हल्दीबाड़ी शाला में कुमारी खुशबू, राकेश, मुकेश, कुमारी मुस्कान, कुमारी ज्योति, अभय कुमार, पीयूष, कुमारी मनीषा, अरूण कुमार, दीपक को कक्षा पहली में और वहीं के माध्यमिक शाला की कक्षा 6वीं में कुमारी नीतू, कुमारी आरती प्रवेश दिलाया गया. इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी और अध्यापकगण मौजूद थे.
सीएम ने की है कलेक्टर की तारीफ
गौरतलब है कि हाल ही में मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए बाल जतन अभियान की सफलता को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर पीएस ध्रुव की तारीफ की है, क्योंकि पढ़ाई छोड़ चुके घुमंतू और कचरा बीनने वाले बच्चों को फिर से शिक्षा से जोड़ने के लिए कलेक्टर ने यह अभियान शुरू किया है. जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है. घुमंतू बच्चों को चिन्हांकित कर स्कूलों में दाखिला कराया जा रहा है, जो रोज पढ़ाई करने के लिए स्कूल पहुंच रहे हैं.