Manendragarh Chirmiri Bharatpur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के आदिवासी बाहुल इलाकों में आज भी ऐसे इलाके या गांव हैं, जहां लोग अंधविश्वास पर विश्वास करते हैं. किसी इंसान की मौत हो या फिर जानवर की. उसका संबंध अंधविश्वास से जोड़ दिया जाता है. दरअसल, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (Manendragarh Chirmiri Bharatpur) जिले के खडगंवा ब्लॉक में सावला ग्राम पंचायत है. यहां के बसेलपुर बस्ती में शासकीय पूर्व माध्यमिक स्कूल संचालित है. स्कूल में अंधविश्वास के कारण ताला लटका नजर आ रहा है. जानकारी के मुताबिक बीते 11 तारीख को स्कूल के एक शिक्षक श्याम बिहारी की मौत हो गई.
वहीं दूसरी पदस्थ शिक्षिका मोनिता वर्मा अवकाश पर हैं. तब से स्कूल में ताला लटका मिल रहा है, स्थानिय जनप्रतिनिधियो की मानें तो स्कूल में किसी भूत का साया है. यहाँ के प्यून का कहना है कि स्कूल में भूत प्रेत का असर है, जिसकी वजह से आने वाले शिक्षकों की असमय ही मौत हो रही है. जिले के खडगांव ब्लाक के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसेलपुर में पदस्थ पांच शिक्षकों की महज दो साल में मौत हो चुकी है.
दो साल में पांच शिक्षकों की मौत
जानकारी के मुताबिक, पहले यहां पदस्थ शिक्षक विरेंद्र सिंह की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई थी. दूसरे चंद्र प्रकाश पैकरा की अचानक घर में बैठे बैठे मौत हो गई थी. एक और शिक्षिका की बिना बीमारी आकस्मिक मौत हो गई थी. मतलब पिछले पांच साल में यहां पदस्थ पांच शिक्षकों की मौत हो गई. पांच शिक्षकों की अचानक मौत ने गांव में मातम पसरा दिया. वहीं, अंधविश्वास ने भी गांव में अपनी जड़ें मजबूत कर ली हैं. खैर ऐसे में कुछ हो या नहीं पर इस स्कूल के भरोसे अपना भविष्य गढ़ने वाले बच्चे शिक्षा से जरूर वंचित रहेंगे.
जिले के डीईओ अजय मिश्रा जी ने इस मसले पर एबीपी न्यूज से चर्चा की. उन्होंने कहा कि आप लोगों से जानकारी मिलने के बाद मैंने डीईओ को मामले की जांच करने के निर्देश दे दिए हैं. मामले की जांच में जो बात फैक्ट सामने आएंगे. उस हिसाब से आगे कार्रवाई की जाएगी, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी मान रहे हैं कि स्कूल निरंतर संचालित है. उन्होंने कहा कि मीडिया में आ रही बात की बीईओ से जांच करा रहा हूं.