Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur News: छत्तीसगढ़ के एक राजनैतिक शख्सियत ने आज दुनिया छोड़ दी है. कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ विधानसभा से पूर्व विधायक रहे दीपक पटेल का आज निधन हो गया है. उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी, इसके बाद परिजनों ने चिरमिरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. पूर्व विधायक के निधन पर प्रदेश के पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने ट्वीट कर दुख जताया है.
पूर्व सीएम डॉ रमन ने जताया दुख
पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने पूर्व विधायक के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि "मनेंद्रगढ़ विधानसभा के पूर्व विधायक व BJP4CGState के पूर्व उपाध्यक्ष दीपक कुमार पटेल के देहांत समाचार से मन को गहरा दुख पहुंचा है. उनका निधन प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति है, मैं ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति और शोकाकुल परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.
पुराने साथी का जाना एक निजी क्षति
छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बीजेपी नेता के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें. नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने पूर्व विधायक दीपक पटेल के आकस्मिक निधन पर शोक जताते हुए कहा कि विवाह ना कर सदैव पार्टी व देश की सेवा को सर्वोपरि मानने वाले पुराने साथी का जाना एक निजी क्षति है.
राजनीतिक सफर
दिवंगत पूर्व विधायक दीपक पटेल छत्तीसगढ़ में बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं. वे 2008 से 2013 तक भारतीय जनता पार्टी से मनेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से विधायक रह चुके थे. उन्हें 2009-10 में उत्कृष्ट विधायक का पुरस्कार भी मिल चुका है. दीपक पटेल ने कोरबा जिले के संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाली थी. वर्तमान में वे प्रदेश प्रशिक्षण वर्ग के संयोजक थे. नगरीय निकाय चुनाव में उन्हें प्रभारी की भी जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने अपने विधायक कार्यकाल में चिरमिरी क्षेत्र में जलावर्धन योजना की स्वीकृति दिलाई थी.
इन पदों पर किया काम
दीपक कुमार पटेल मनेंद्रगढ़ के निवासी थे. स्व. भावजी भाई पटेल के बेटे थे. भारतीय जनता युवा मोर्चा के 1992 में जिला उपाध्यक्ष थे, फिर 1995 में कार्यकारिणी सदस्य बने, फिर 2000 में भाजयुमो जिला अध्यक्ष, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष, बीजेपी की जिम्मेदारी संभाली. 2008 में मनोनीत पार्षद, नगर पालिका-चिरमिरी, फिर 2008 में प्रथम बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए.
2010 में सभापति, शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति, पुस्तकालय समिति, छत्तीसगढ़ विधान सभा में थे. सदस्य, लोक लेखा समिति, प्राक्कलन समिति, विशेषाधिकार समिति में थे. 2011 में प्रयोजन समिति, छत्तीसगढ़ विधान सभा, सभापति विशेषाधिकार समिति, सदस्य, प्राक्कलन समिति, सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति, सामान्य प्रयोजन समिति, रोगदा जलाषय हस्तांतरित करने संबंधी जांच के लिए गठित सदन समिति, छत्तीसगढ़ विधान सभा में रहे.