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Chhattisgarh: ये दोस्ती! बंदर और कुत्ते के याराने पर लोग नहीं कर पा रहे यकीन, हमेशा रहते हैं साथ
Manendragarh News: नए बने जिला मनेन्द्रगढ में पिछले 5 दिनों से अनोखे दृश्य को लोग सहज स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. इंसानों की तमाम कोशिश के बावजूद दो तरह के जानवर एक दूसरे से अलग नहीं हो पा रहे हैं.
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Manendragarh News: आज के युग में जब इंसान-इंसान के दुश्मन बन गए हैं, जंगल कटाव से जानवर अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, ऐसे समय दो जानवर के बीच प्रेम का अलग ही नजारा दिख जाए तो इंसान अचरज में पड़ जाता है. ऐसा ही मामला इन दिनों सरगुजा संभाग के मनेन्द्रगढ में देखने को मिल रहा है. दो अलग-अलग जानवरों के बीच का प्रेम देखकर लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और किसी खतरे की आशंका पर दोनों को अलग करने का प्रयास कर रहे हैं. इंसानों की तमाम कोशिश के बावजूद ये जानवर एक दूसरे से अलग ही नहीं हो रहे हैं.
बंदर से कुत्ते को अलग करने की कोशिश नाकाम
छत्तीसगढ़ के नए बने मनेन्द्रगढ जिला मुख्यालय में पिछले पांच दिनों से दृश्य को लोग सहज स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. शहर में इन दिनों 5-6 बंदरों का समूह घूम रहा है लेकिन एक बंदर साथ कुत्ते के एक बच्चे को लेकर घूम रहा है. काले रंग का ये कुत्ता काफी छोटा है. इसलिए लोगों को डर है कि बंदर कहीं कुत्ते के बच्चे को नुकसान ना पहुंचा दे. लोग कुत्ते के बच्चे को बंदर से अलग कर सुरक्षित करना चाहते हैं. स्थानीय लोग बंदर को पत्थर मारकर, चिल्लाकर कुत्ते का बच्चा अलग करना चाहते हैं. लेकिन बंदर इंसान के इस प्रहार से जब भागता भी है तो कुत्ते के बच्चे को साथ ले जाता है.
बंदर और कुत्ते के बीच प्रेम बना जिज्ञासा का केंद्र
मनेन्द्रगढ के स्टेशन रोड स्थित रेलवे कॉलोनी में दिखने वाला ये नजारा लोगों की जिज्ञासा और उत्साह का भी केन्द्र बना हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शहर में इक्का दुक्का बंदर कभी कभी नजर आ जाते थे. लेकिन पिछले पांच दिनों से करीब 6 बंदरों का समूह शहर में अचनाक दिखने लगा है. ये बंदर अधिकांश समय रेलवे कॉलोनी के पेड़, घर के ऊपर ही नजर आते हैं लेकिन उनमे से एक बंदर, कुत्ते के बच्चे को हमेशा साथ रखता है. एक बार किसी तरह लोगों ने कुत्ते के बच्चे को बंदर से अलग करने में सफलता पाई थी. उसके बाद फिर से बंदर बच्चे को अपने साथ ले गया. स्थानीय पत्रकार दिनेश बताते हैं कि पेड़ का हर डाल, हर छप्पर पर बंदर कुत्ते के बच्चे को अपने बच्चे की तरह लेकर रहता है और दिन में खाना कुत्ते के बच्चे को भी खिलाता है. बहरहाल एक दूसरे से अलग जाति के दो जानवरों में इस तरह का प्रेम अजब गजब है.
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