Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ के कई धर्म गुरु कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल, राज्य के 10 आरक्षित सीट पर BJP की नजर
Chhattisgarh Election Date: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक उलटफेर जारी है. सतनामी समाज के धर्म गुरुओं ने आज बीजेपी ज्वाइन किया है.
Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले राजनीतिक उलटफेर जारी है. सतनामी समाज के धर्म गुरुओं ने आज बीजेपी ज्वाइन किया है. 2018 के विधानसभा चुनाव में गुरु बालदास और खुशवंत साहेब ने कांग्रेस ज्वाइन किया था अब 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ज्वाइन किया है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, प्रभारी ओम माथुर और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की मौजूदगी में सतनामी समाज के नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन किया है.
सतनामी समाज के बड़े चेहरों ने बीजेपी ज्वाइन किया
दरअसल, मंगलवार को दोपहर बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में सतनामी समाज के बड़े चेहरों ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है. इस दौरान बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने भी बीजेपी ज्वाइन किया है. इसको लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में फिर हलचल तेज हो वही है . क्यों की राज्य के 10 विधानसभा सीट एससी वर्ग के लिए आते है. इसके अलावा कई और विधानसभा सीट में एससी वर्ग का बड़ा दबदबा है. इस लिए सतनामी समाज के धर्म गुरुओं को बीजेपी में शामिल होने से छत्तीसगढ़ mi राजनीति में हलचल तेज है.
किसने किसने किया बीजेपी ज्वाइन?
बीजेपी ने बताया कि आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में सतनाम समाज के धर्म गुरु बालदास साहेब, गुरू खुशवंत, गुरु आसंभ, गुरु द्वारिका, गुरु सौरभ, लमीक्षा, गुरु डहरिया, नगर पंचायत अध्यक्ष देवराज जांगड़े, जनपद सदस्य दिनेश्वरी यशवंत टंडन, विनोद साहू और सदस्यों ने बड़ी संख्या में बीजेपी ज्वाइन किया है.इन सभी को ओम माथुर, डॉ रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बीजेपी का गमछा पहनाकर बीजेपी में शामिल किया है
क्या सतनामी समाज का इतिहास
आपको बता दें कि बालदास का ये भी बीजेपी में वापसी हुई है. इससे पहले भी 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को समर्थन दिया है. इसके अलावा 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी में थे। लेकिन 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हुए थे. तब कांग्रेस पार्टी ने राज्य 10 एससी वर्ग के लिए आरक्षित सीट में से 7 सीट पर चुनाव जीते थे. इसके अलावा 2 सीट पर बीजेपी और 1 सीट बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी विधानसभा चुनाव जीते है.
बीजेपी में सतनाम समाज के धर्म गुरुओं का प्रवेश क्यों हुआ?
कांग्रेस से बीजेपी में आए बालदास ने कांग्रेस पार्टी और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है. उन्होंने कहा कि 2018 में हम कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किए थे और घूम घूम के कांग्रेस पार्टी के सरकार बनाने के लिए वोट जुटाए. ऐतिहासिक जीत मिली लेकिन इसको संभाल नहीं पाए ,अहंकार हो गया है. गुरु घासीदास बाबा की ये धरती है. यहां अहंकार की कोई जगह नहीं है. छत्तीसगढ़ में हमर देश पीएम मोदी आए थे. उनसे मैं बहुत खुश हूं. पहली बार देश के कोई पीएम ने छत्तीसगढ़ को गुरू घासीदास बाबा की धरती के नाम पर संबोधित किया. इससे पहले किसी ने सम्मान नहीं दिया. बहुत बड़े गर्व की बात है. कांग्रेस का बहुत बड़ा अधिवेशन रायपुर में हुआ लेकिन राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सब साथ आए थे लेकिन किसी ने दर्शन करने के लिए गिरौधपुरी नहीं गए. गुरु घासीदास का जगत कल्याण का संदेश है. गिरौधपुरी की जगह राहुल गांधी सिरपुर घूमने चले गए.
गुरू बालदास ने कांग्रेस सरकार अपमान करने का आरोप लगाया
बिना गुरु घासीदास बाबा के आशीर्वाद के कोई भी राजनीतिक पार्टी छत्तीसगढ़ में सरकार नहीं बना सकती है. आज कांग्रेस पार्टी में समाज का अपमान किया जा रहा है. समाज के भवन में एक ईंट नहीं रखा गया. गुरु घासीदास बाबा की जयंती पर सीएम जाते है. रमन सिंह भी जाते है. लेकिन कभी उन्होंने हमारे समाज के लिए एक शब्द नहीं बोला है. गांव में शाम को भौंकने वाला कुत्ता होता है. इतना बड़ा अपमान किया गया है. ये हमारी जिम्मेदारी है, जो सरकार समाज का ख्याल नहीं रखता उसके साथ नहीं रहना है. किसान मजदूर को बासी खिला कर भुला दिया गया है. अगर त्योहार मना रहे थे तो 5 स्टार में खिलाओ. हमें अभी से शुरुआत करना है, एक फिल्म में धन्यवाद की जगह 3 आदमी की मदद करने के लिए कहा जाता है. वैसे ही हमें सीखना है. हर व्यक्ति 3 लोगों को समझना है. आज राज्य और देश के कल्याण के लिए हमें इकट्ठा होना है. सबको विकास चाहिए तो बीजेपी को जीतना जरूरी है.