Chhattisgarh: पुलिस मुखबिरी के शक पर नक्सलियों ने की जनप्रतिनीधि और शिक्षा दूध की हत्या, जन अदालत लगाकर दी सजा
Chhattisgarh: सुकमा के ताड़मेटला इलाके में पुलिस मुखबिरी के शक में नक्सलियों ने उपसरपंच और एक शिक्षा दूत की जन अदालत लगाकर हत्या कर दी.एक अन्य ग्रामीण को भी बुरी तरह पीटा है.
Sukma News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने ताड़मेटला गांव के उपसरपंच और एक शिक्षा दूत की जन अदालत लगाकर हत्या कर दी है. साथ ही एक और ग्रामीण को भी बुरी तरह से डंडों से पीटा है जिससे उसकी हालत काफी गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि उपसरपंच माड़वी गंगा और शिक्षा दूत कवासी सुक्का पर नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उनकी हत्या कर दी है. 10 दिन पहले नक्सलियों ने उनके साथ करीब 15 ग्रामीणों को अगवा किया और अपने साथ रखा. इसके बाद बुधवार की देर शाम जन अदालत लगाकर उप सरपंच माड़वी गंगा और शिक्षा दूत कवासी सुक्का दोनों को मौत के घाट उतार दिया. हालांकि अगवा किए अन्य ग्रामीणों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है.
जन अदालत लगाकर दी सजा
ताड़मेटला गांव के ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 19 जून को नक्सलियों ने ताड़मेटला इलाके से 15 ग्रामीणों को अगवा कर लिया था. उसके बाद माना जा रहा था कि नक्सली इन्हें रिहा कर देंगे लेकिन नक्सली करीब 10 दिनों तक इन ग्रामीणों को अपने साथ जंगल जंगल घुमाते रहे और बुधवार की देर शाम नक्सलियों ने घने जगंलों में जन अदालत लगाई. यहां अगवा किए ताड़मेटला के उपसरपंच माड़वी गंगा और शिक्षा दूत कवासी सुक्का समेत एक और ग्रामीण को जन अदालत लगाकर बंधक बनाया और उप सरपंच व शिक्षा दूत को मौत की सजा सुनाते हुए उनकी निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी. साथ ही एक अन्य ग्रामीण को भी डंडों से बुरी तरह से पीटा.
बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने इन पर पुलिस के लिए मुखबिरी करने का आरोप लगाया था और इससे पहले भी उन्हें चेतावनी दी थी. अब जनअदालत लगाकर इनकी हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं, बुधवार दोपहर को ही सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने नक्सलियों से उप सरपंच और शिक्षा दूत समेत सभी ग्रामीणों को सकुशल रिहा करने की अपील की थी. बावजूद इसके बुधवार देर शाम को नक्सलियों ने कवासी सुक्का और माड़वी गंगा की हत्या कर दी.
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल दोनों ही मृतकों के शव को घर लाया गया है. वहीं, जानकारी मिल रही है कि अन्य ग्रामीण अभी भी नक्सलियों के कब्जे में हैं, जिनकी रिहाई के लिए लगातार आदिवासी समाज नक्सलियों से अपील कर रहा है. सुकमा एसपी किरण चह्वाण ने बताया कि दबाव बनाने के लिए नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों को अगवा करने की जानकारी पुलिस को मिली थी. वहीं, दो ग्रामीणों की हत्या की बात सामने आ रही है फिलहाल पुलिस जांच में जुटी हुई है और नक्सलियों द्वारा अगवा अन्य ग्रामीणों के बारे में भी पता लगा रही है.