छत्तीसगढ़ के कांकेर और सुकमा जिले में हिंसा की कई घटनाओं में शामिल पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. कांकेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शलभ सिन्हा ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (जीआरजी) ने रविवार को कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र में एक तलाशी अभियान के दौरान नक्सलियों सुमंद उर्फ सुमन आंचला, संजय उसेंडी और परसराम थंगुल को पकड़ा.


उन्होंने बताया कि तीनों क्षेत्र में आगजनी, सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक लगाने और अन्य हिंसक घटनाओं में शामिल थे. इस बीच, शनिवार को मराइगुडा-लिंगनपल्ली रोड “मोबाइल चेक पोस्ट” (सचल नाके) पर एक महिला सहित दो नक्सलियों को पकड़ा गया.


सुकमा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील शर्मा ने बताया कि मदवी हिंगे और मदवी मासा को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन (कोबरा) की 208वीं बटालियन और जिला बल की एक संयुक्त टीम ने एक नक्सल रोधी अभियान के दौरान पकड़ा. उन्होंने बताया कि मिलिशिया की इन दो सदस्यों ने पिछले साल जिले में निर्माण कार्यों में लगे वाहनों में आग लगा दी थी.


नक्सलियों ने सुकमा में ले ली थी ग्रामीण की जान


छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के भेज्जी गांव के ओंधेरपारा में नक्सलियों ने 28 मार्च की देर रात एक ग्रामीण की हत्या कर दी थी. नक्सली संगठन के कोंटा एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली और नक्सलियों ने पर्चा भी फेंका. ग्रामीण पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाया था. हथियारबंद नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है, इससे गांव में दशहत का माहौल है. हथियारबंद वर्दीधारी नक्सलियों ने एक ग्रामीण की घर में घुसकर हत्या कर दी, ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया और उसे घर से निकाल कर उसकी धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी. 


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