Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक बार फिर नक्सलियों ने एक जनप्रतिनिधि को मौत के घाट उतार दिया. यही नहीं नक्सलियों ने पूरे परिवार के सामने इस वारदात को अंजाम दिया. उसूर ब्लॉक के बीजेपी मंडल अध्यक्ष और वरिष्ठ बीजेपी (BJP) नेता नीलकंठ कक्केम (Neelkanth Kakkem) की चाकू और कुल्हाड़ी से वार कर नक्सलियों ने हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी नक्सलियों ने बीजेपी नेता नीलकंठ कक्केम को अल्टीमेटम दिया था लेकिन रविवार को अपने साली के शादी समारोह में शामिल होने आवापल्ली थाना क्षेत्र के अपने पैतृक गांव पेंकरम आये बीजेपी नेता को मौके पर ही पहुंचकर नक्सलियों ने परिवार के सामने मौत के घाट उतार दिया, इस घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है.


परिवार के सामने दिया घटना को अंजाम
आवापल्ली थाना प्रभारी से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेता नीलकंठ कक्केम पिछले 15 सालों से उसूर ब्लॉक में बीजेपी मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, वह रविवार की सुबह आवापल्ली के पेकरम गांव में अपनी साली की शादी समारोह की तैयारी में गए हुए थे, तभी यहां घात लगाए नक्सलियों ने पूरे परिवार के सामने ही उनकी हत्या की वारदात को अंजाम दिया. कक्केम की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत आवापल्ली थाना से पुलिस की टीम गई और मौके पर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. नक्सलियों ने मौके पर एक पर्चा भी फेंका है.


नक्सलियों ने पर्चे में लिखी ये बात
दक्षिण बस्तर नक्सली संगठन के मद्देड़ एरिया कमेटी ने बीजेपी नेता की हत्या की जिम्मेदारी ली है. नक्सलियों के PLGA की टीम ने इस वारदात को अंजाम दिया है. घटनास्थल पर नक्सलियों ने एक पर्चा भी फेंका है, जिसमें नक्सलियों ने नीलकंठ कक्केम पर 2008 से नक्सली संगठन के विरोध में सलवा जुडूम का साथ देने का आरोप लगाने के साथ ही पुलिस पार्टी के साथ मिलकर निर्दोष ग्रामीणों को नक्सली बताकर गिरफ्तार करवाने, महिलाओं पर अत्याचार करने के साथ दबाव डालकर ग्रामीणों को पिटवाना, उन्हें जेल भेजना और ग्रामीणों की हत्या करने के मामले में भी शामिल होने का आरोप लगाया है.  इसके अलावा नक्सलियों ने कक्केम पर बीजेपी में शामिल होकर नक्सली संगठन के विरोध में काम करने का भी आरोप लगाया है. 


'कक्केम को सुधरने के कई मौके दिए'
नक्सलियों ने कहा कि उन्होंने कक्केम को कई बार सुधरने के मौके दिए लेकिन जब वह नहीं माने तो उन्हें मौत के घाट उतारना पड़ा. पर्चे में यह भी लिखा है कि जनता के दुश्मन बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को मारकर भगाएंगे. इधर इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी है और अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. गौरतलब है कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में लगातार स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नक्सलियों द्वारा मौत के घाट उतारने का मामला बढ़ता ही जा रहा है जिससे जनप्रतिनिधियों में भी दहशत का माहौल है.


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