मणिपुर में उग्रवादियों के हमले में शहीद हुए असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर विप्लप त्रिपाठी का शव आज छत्तीसगढ़ में उनके गृह जिले रायगढ़ लाया गया. वायुसेना के विशेष विमान से शहीद का शव लाया गया. विप्लप त्रिपाठी के शव के साथ ही उनकी पत्नी और बेटे का शव भी यहां लाया गया. बता दें कि उग्रवादियों के हमले में कर्नल विपल्प त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी और बेटा अबीर त्रिपाठी की मौत हो गई थी.


विपल्प त्रिपाठी का शव जब यहां लाया गया तो हजारों लोगों की आंखें नम थी. बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने शहीद परिवार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. रायगढ़ शहर के लोगों ने एयरपोर्ट पर शहीद को अंतिम विदाई दी. शहरवासियों के लिए रामलीला मैदान में पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा.


सीएम बघेल ने दी श्रद्धांजलि
सीएम भूपेश बघेल ने शहीद परिवार को श्रद्धांजलि दी है. सीएम कार्यालय से ट्वीट कर बताया गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.






गौरतलब है कि कर्नल विप्लव मणिपुर के कूगा में तैनात थे. रोजाना की तरह विप्लव चेक पोस्ट का निरीक्षण करने के लिए तीन गाड़ियों के काफिले के साथ निकले हुए थे. काफिले में उनका परिवार भी साथ था. कर्नल विप्लव जब चेक पोस्ट का निरीक्षण कर वापस लौट रहे थे उस बीच माओवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया. कर्नल के काफिले में शामिल पहली गाड़ी ब्लास्ट से उड़ गई, जबकि बीच की गाड़ी में खुद कर्नल और उनका परिवार था. ब्लास्ट के बाद दोनों बची हुई गाड़ियों पर माओवादियों ने मोर्टार और गोलियों की बौछार शुरू कर दी. इस हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे की भी मौत हो गई.



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