Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में इन दिनों वन कर्मियों की हड़ताल जारी है. जिसका सीधा असर अब जंगलों पर दिखने लगा है. आमतौर पर छत्तीसगढ़ के कई जंगल गर्मी में भीषण आग की चपेट में आ जाते हैं और कई हरे भरे पेड़ जलकर राख हो जाते हैं. ऐसा ही इन दिनों पेंड्रा जिले के मरवाही के जंगल में देखने को मिल रहा है. जंगल में फैली इस आग को बुझाने वाले हड़ताल पर हैं. ऐसे में जब जिला मुख्यालय पेंड्रा के तीन पत्रकार जब आग लगने की खबर बनाने पहुंचे तो आग के उग्र रूप को देखकर ये पत्रकार कैमरा और माइक छोड़कर आग बुझाने में जुट गए. अब पत्रकारों की ये संवेदनशील जमकर चर्चा बटोर रही है.


पत्रकारों ने जान पर खेलकर आग बुझाने का किया प्रयास


पत्रकारों को आज तक किसी घटना की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करते देखा होगा. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के मरवाही वन मंडल के खोडरी जोगीसार जंगल में इन दिनों भीषण आग की खबर मिलने पर पेंड्रा के रहने वाले तीन पत्रकार जंगल में फैलती आग की खबर बनाने गए थे. लेकिन जबरदस्त तरीके से फैलती आग को देखकर ये पत्रकार खुद खबर बन गए. दरअसल पत्रकारों ने जिले के कई वन अधिकारियों से आग की जानकारी देने के लिए संपर्क किया.


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हड़ताल पर हैं वनकर्मी


वन कर्मियों के हड़ताल के कारण सब वन अधिकारी मूकदर्शक बने रहे. लिहाजा इन तीनों पत्रकारों ने अपने कैमरा सहयोगियों के साथ मिलकर जंगल की फैलती आग को रोकने के लिए जान जोखिम में डाली और फिर जंगल की फैलती आग को बुझाने का प्रयास किया. इस काम में बहुत हद तक इनको सफलता भी मिली. जिसके बाद पत्रकारों के इस स्वरूप की जमकर चर्चा हो रही है. और इनके इस करतब की लोग तारीफ भी कर रहे हैं. जंगल की आग बुझाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था वन विभाग द्वारा नहीं की गई है. जिसका परिणाम है कि ये काम पत्रकारों को करना पड़ा. इसलिए जब जिले के डीएफओ दिनेश पटेल से संपर्क किया गया तो कई बार नंबर डायल करने पर भी उनसे संपर्क नहीं हो पाया.


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