Manendragarh-Chirmiri-Bhratpur News: छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने घोषणा पत्र मे शराबबंदी का जिक्र किया था.  शराबबंदी को लेकर सरकार कई बार विपक्षियों से घिरती भी रही है. इसी बीच आबकारी सब इंस्पेक्टर द्वारा अपने अधिकारी को लिखे वायरल शिकायती पत्र और कांग्रेस (Congresss) की एक महिला नेत्री के वायरल वीडियो ने शराबबंदी पर फिर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. महिला नेत्री एक ढाबा संचालित करती है. पत्र में इसी ढाबे पर शराब को लेकर की गई छापेमारी के दौरान आबकारी सब इंस्पेक्टर ने स्थानिय विधायक पर मारपीट के संगीन आरोप लगाए.


ये पत्र मनेन्द्रगढ के आबकारी उप निरीक्षक ने अपने जिला आबकारी अधिकारी को 26 जनवरी 2022 को लिखा था. इस शासकीय पत्र में लिखा है कि 26 जनवरी 2022 को गश्त के दौरान मुखबिर से मोबाइल द्वारा हाइवे ढाबा पर एमपी की शराब बेंचने की सूचना मिलने पर पुलिस थाना मनेन्द्रगढ टीआई सचिन सिंह उनका स्टाफ और आबाकारी बल वृत्त मनेन्द्रगढ द्वारा हाईवे ढाबे में दबिश दी गई. इस दौरान 180 एमएल रॉयल स्टेक विस्की , जिसमें ऑनली सेल फॉर मध्यप्रदेश लिखा था के साथ चार नग, खजुराहो बियर और तीन नग सिंबा बियर बरामद हुई. 


सरकारी पत्र में लिखा क्या है?
पत्र में आगें लिखा है "इसी दौरान विधायक गुलाब कमरो दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. गाड़ी से उतरते ही वो बोले कौन हैं आबकारी वाले. ऐसा कहते हुए मेरे ओर आए . उन्होंने कहा बहुत गर्मी चढ़ी है. तुम कांग्रेस के घर में छापा मारोगे . मेरे घर में छापा मारोगे. ये ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष का होटल है. तुम्हारी पोस्टिंग कब से है. एक बात ध्यान से सुन लो मेरी एरिया में मेरे से बिना पूछे छापा मारा तो कहां फिकवा दूंगा पता भी नहीं चलेगा. इतने से भी जब उनका जी नहीं भरा तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर बाहर निकाल दिया. मुझे कार्यवाई करने से रोका गया. इससे सरकारी काम में बाधा उत्पन्न हुई. उनके द्वारा बल पूर्वक दबाव बनाने पर मामला भी दर्ज नहीं किया जा सका."


आबकारी बल में प्रभारी अधिकारी एम पी जांगड़े , मुख्य आरक्षक आनंद भाई, आरक्षक मिथलेश साहू, शंकर सिंह मरकाम, सुजीत यादव , प्रेम सिंह बघेल और नगर सैनिक शिव चरण शामिल रहे. इस पत्र से ये तो समझ आता है कि मध्य प्रदेश की सीमा से लगे मनेन्द्रगढ में अवैध शराब की बिक्री इस कदर हो रही है कि क्या विधायक और क्या नेता सब इस काले काम में बराबर के हिस्सेदार है. खैर अब पत्र में जिस ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का ढाबा होने का जिक्र है. उनकी बात कर लेते हैं . दरअसल ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष का नाम सुचित्रा दास है. सुचित्रा दास का हाईवे ढाबा है.  कुछ महीने पहले जब मनेन्द्रगढ में एक बार पहले मध्य प्रदेश की शराब बिक्री पर विवाद गरमाया था. 


गड़े मुर्दे मत उखाड़िए
तब कुछ मीडिया के साथियों ने ब्लाक अध्यक्ष सुचित्रा दास से उनके यहां शराब बिक्री का सवाल किया था. इसके जवाब में सुचित्रा दास ने  कहा था  "यहां तो हर होटल में शराब बिक रही है. हर जगह जब शराब बंद हो जाएगी, तो हम भी बंद कर देंगे. इसके बाद जब मीडियाकर्मी ने उनसे पूछा आप किस पद पर हैं, तो उन्होंने बड़े गर्व से बताया कि मैं ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हूं" उस समय मनेन्द्रगढ आबकारी वृक के प्रभारी शिकायत कर्ता एम पी जांगड़े से जब एबीपी न्यूज ने बात की थी. वो काफी दबाव में बात कर रहे थे. उनसे जब इस शिकायती के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले को छोड़िए. मामला पुराना हो गया है. अब गड़े मुर्दे उखाड़ने से क्या मतलब . उन्होंने कहा कि विधायक ने ऐसा क्यों किया था. ये आप विधायक उन्हीं से पूछ लीजिए. 


विधायक ने खुद को पाक साफ बताया
इस पत्र में जिस विधायक गुलाब कमरो का जिक्र है, उनसे एबीपी न्यूज ने पत्र में उनके और ब्लाक अध्यक्ष के ढाबे के बारे में पूछा. इस पर उन्होंने कहा कि पत्र मे लिखी शिकायत गलत है. उस आबकारी सब इंस्पेक्टर की लगातार शिकायत मिल रही थी कि वो ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं भी पहुंच कर लोगों को परेशान कर रहा था. वो कभी नागपुर तो कभी केल्हारी पहुंच कर लोगों को परेशान कर रहा था. 


 उन्होंने कहा कि उनके ढाबे पर पहुंच कर भी वो लोगों को परेशान कर  रहा था. उन्हें  इस बात की सूचना मिली तो वो वहां गए थे. विधायक और सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष गुलाब कमरो नो ये भी कहा कि वो इस तरह का इंसान नहीं हैं. ना ऐसा करना पसंद करता हैं. इतना कहकर कमरो ने फोन काट दिया.


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