Mohalla Lok Adalat: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शनिवार को पहली मोहल्ला लोक अदालत लगाया गया. जिसमें मोहल्ले में अदालत लगाकर जन उपयोगी सुविधा से संबंधित समस्याओं का त्वरित निराकरण किया गया. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने मोहल्ला लोक अदालत का आयोजन किया. दरअसल लोगों को त्वरित न्याय के साथ राहत मिले इसी को लेकर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण लगातार काम कर रहा है.
इसी कड़ी में लोगों को घर पहुंचकर न्याय देने की कवायद शुरू की गई है. जिसके तहत राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने मोहल्ला लोक अदालत की शुरुआत की है. बिलासपुर के जरहाभांटा मिनिबस्ती से इस पहली मोहल्ला लोक अदालत की शनिवार को शुरुआत हुई.
मोहल्ला लोक अदालत में क्या है खास?
शायद यह पहला मौका होगा जब देश में मोहल्ला लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसमें आम जन और मोहल्ले के बिजली-पानी, साफ - सफाई, सुरक्षा जैसे जन उपयोगी मामलों का सुनवाई करते हुए अदालत ने त्वरित निराकरण किया और आमजन को राहत पहुंचाया गया. पहले दिन मोहल्ला लोक अदालत में करीब 97 मामलों की सुनवाई हुई. इससे पहले चलित मोहल्ला अदालत के रथ को जिला न्यायालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जस्टिस गौतम भादुड़ी ने रथ को रवाना किया.
क्यों बनाई गई मोहल्ला अदालत?
मोहल्ला अदालत के लिए प्राधिकरण ने विशेष वाहन बनवाया है. वाहन के भीतर कोर्ट बना हुआ है. इसमें जज के लिए चेंबर के अलावा अन्य सुविधाएं विकसित की गई हैं. मोबाइल कोर्ट में मोहल्ला लोक अदालत के तहत मामलों की सुनवाई की जा रही है. स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष पंकज जैन ने बताया कि आम जन-जीवन में आने वाली समस्याओं का निराकरण करने पहली बार अदालत कोर्ट से उतरकर मोहल्ले तक पहुंची है. इसके पीछे मंशा है कि लोगों को जन उपयोगी सुविधा से संबंधित समस्याओं का उनके मोहल्ले, घर-द्वार में सुनवाई हो और उन्हें त्वरित न्याय मिले.