Surajpur News: मां-बच्चे की मौत के मामले ने पकड़ा तूल, कब्र से निकालकर किया गया मृत नवजात का पोस्टमार्टम
Chhattisgarh News: परिजनों की शिकायत को देखते हुए प्रशासन ने स्वास्थ्य अमले से भी जांच टीम का गठन कर दिया. परिजनों ने नर्सिंग होम के लाइसेंस को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.
Surajpur Mother Child Death Case: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में बीते दिनों निजी नर्सिंग होम में लापरवाही के कारण प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा की मौत होने से मचा बवाल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. मृतका के परिजनों ने इस पूरे मामले में सरकारी महिला डॉक्टर के निजी नर्सिंग होम में लापरवाही के कारण हुई मौत को लेकर थाने में भी शिकायत दर्ज करायी है. वहीं परिजनों के आवेदन पर पुलिस ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर प्रसव के दौरान नवजात की हुई मौत के मामले में उसके शव को कब्र से बाहर निकालकर वीडियो रिकार्डिंग के बीच स्थल पर ही पोस्टमार्टम किया.
शव को कब्र से निकालकर का गई जांच
दूसरी ओर जांच कार्रवाई शुरू होते ही प्रशासन ने नर्सिंग होम को सील कर दिया था. परिजनों की शिकायत को देखते हुए प्रशासन ने पहल कर स्वास्थ्य अमले से भी जांच टीम का गठन कर दिया. पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर विवेचना भी शुरू कर दी है. सूरजपुर शहर के नजदीक छठ घाट के समीप रेण नदी के तट पर नवजात को दफनाया गया था. उसके शव को कब्र से निकालकर जांच की गई है.
तिलसिवां स्थित रश्मि नर्सिंग होम में बीते दिन भुवनेश्वरपुर की पूजा साहू को जिला अस्पताल से दबाव देकर महिला डॉक्टर ने अपने प्राइवेट नर्सिंग होम में बेहतर इलाज का हवाला देकर दाखिल कराया था. वहीं बीचे पांच अप्रैल को पूजा की डिलिवरी में डॉक्टर ने बताया कि उसका बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ था और उसी रात पूजा ने भी दम तोड़ दिया था. इस मामले में प्रशासन और पुलिस की टीम ने नर्सिंग होम में पहुंचकर विभिन्न पहलुओं से जांच भी की है. इस मामले में डॉ. रश्मि कुमार सहित नर्सिंग होम के अन्य स्टाफ के बयान भी दर्ज किये हैं.
बहरहाल बच्चे के शव को बाहर निकलवाकर परिजनों ने पोस्टमार्टम की मांग की थी, जिस पर प्रशासन ने सहानुभूतिपूर्वक पहल करते हुए अधिकारियों की उपस्थिति में सारी प्रक्रिया पूरी करायी. अब पुलिस को भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है. वहीं दूसरी ओर डॉ. रश्मि कुमार ने भी बताया कि महिला का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया था, लेकिन बच्चा मृत पैदा हुआ. उन्होंने बताया कि इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही और कोताही नहीं बरती गई है. मृतका पूजा साहू को ब्लड चढ़ाने के दौरान हुए रिएक्शन से संभवतः मौत हुई है.
सीएमएचओ ने बनाई जांच कमेटी
मां और बच्चे की मौत को लेकर मचे हंगामे और जिला प्रशासन के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ. आरएस सिंह ने स्वास्थ्य अमले के मेडिकल ऑफसरों की एक जांच कमेटी भी बनाई है. ये कमेटी विभिन्न पहलुओं पर जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. डॉ. आरएस सिंह ने बताया कि जांच कमेटी के रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में परिजनों ने नर्सिंग होम के लाइसेंस और अन्य कई मुद्दों पर भी सवालिया निशान लगाए हैं.
परिजनों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
नवजात बच्चे की मौत और उसके बाद मां की भी मौत से मृतका के परिजनों में बहुत गुस्सा है. मृतका पूजा साहू के पिता महेन्द्र साहू ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि नर्सिंग होम में गलत इलाज के कारण उनकी पुत्री की मौत हो गई. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि जिला अस्पताल में उनकी बेटी की स्थिति सही नहीं होने पर अंबिकापुर ले जाने की तैयारी थी, लेकिन डॉ. रश्मि कुमार ने दबाव देकर अपने नर्सिंग होम में भर्ती करा लिया. उन्होंने निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है.
रश्मि नर्सिंग होम के पंजीयन को लेकर उठ रहे सवालों पर मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उक्त नर्सिंग होम का अस्थायी पंजीयन है, जो रतन कुमार गुप्ता संचालक के नाम पर जारी है. वहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि कुमार अपनी सेवाएं देती हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर शिकायत प्राप्त हुई है और जांच जारी है.