Bastar News: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में गोबर से वर्मी और सुपर कंपोस्ट खाद बनाने वाले 200 से ज्यादा महिलाओं ने निगम सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और बीते कई महीनो से उन्हें गोबर से खाद बनाने के लिए दिए जाने वाला मानदेय नहीं देने का आरोप लगाया है.महिलाएं नगर निगम के चक्कर काट रही हैं लेकिन उन्हें कब तक उनका मानदेय मिलेगा.इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं है.
वेतन देने की कर रहीं मांग
गुस्साई महिलाओं ने निगम के सामने धरना प्रदर्शन कर अपनी मेहनताना राशि देने की मांग निगम के जिम्मेदार अधिकारियों से की है.वही उन्होंने आरोप लगाया है कि, गोधन न्याय योजना के तहत निगम के चार एसएलआरएम सेंटर में काम करने वाली महिलाओं को निगम के द्वारा करीब 10 लाख रुपए देने थे ,लेकिन अब तक बार-बार मांग किए जाने के बाद केवल 5 लाख 23 हजार रुपए ही उनके खाते में दिए जा सके हैं.और बाकि के पैसे लेने महिलाएं निगम के चक्कर काट रही हैं. दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वर्मी कंपोस्ट.सुपर कंपोस्ट और सुपर प्लस कंपोस्ट बनाने वाली महिला समूहो को 7 जुलाई 2022 तक बिक चुकी कंपोस्ट के बदले प्रति किलो एक रुपए और सहकारी समितियो को 10 पैसे की प्रोत्साहन राशि देने की बात कही गई है लेकिन अब तक इसका कुछ पता नहीं चल पाया है.
कई महीनो से नहीं किया गया है भुगतान
दरअसल शहरी गौठानो में गोबर से वर्मी और सुपर कंपोस्ट खाद बनाने के लिए स्थानीय महिलाओं को राज्य सरकार के द्वारा रोजगार दिया गया है.इसे महिलाएं भी अपनी आजीविका का सबसे बड़ा साधन मान रही थी ,लेकिन अब यह काम सेंटर में काम करने वाली महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बन रहा है.आलम यह है कि खाद बनाने के बाद इन महिलाओं को ना तो पैसा मिल रहा है और ना ही कितने रुपए की खाद बेची गई इसकी जानकारी दी जा रही है.पैसा कब मिलेगा इसे लेकर महिलाएं परेशान हैं नाराज महिलाएं निगम पहुंचकर बार-बार अधिकारियों से उनका मेहनताना देने की गुहार लगा रही है.
अधिकारियों ने दिया जांच का आश्वासन
इधर शहर के एसएलआरएम सेंटर में गोबर से वर्मी और सुपर कम्पोस्ट खाद बनाई जाती है.यहां पर इस समय दो लाख किलो से ज्यादा खाद पड़ी हुई है.जिसकी बिक्री अब तक निगम नहीं कर पा रही है.इसके साथ ही यह खाद कब तक बिकेगी इसको लेकर अधिकारी ना तो समय बता रहे हैं और ना ही यह खाद किसे बेची जाएगी इसके बारे में निर्णय ले पा रहे हैं.फिलहाल नगर निगम के आयुक्त हरेश मंडावी का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी कि आखिर क्यों महिलाओं को समय पर भुगतान नहीं किया गया है और कितनी राशि शेष है.उन्होंने कहा कि इसकी जांच कर महिलाओं को उनके मेहनताना का भुगतान जल्द से जल्द किया जाएगा.