छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव: पानी के लिए तरस रहे जगदलपुरवासी, 9 साल से अमृत मिशन योजना का काम अधूरा
Chhattisgarh Urban Body Elections 2025: जगदलपुर में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत लोगों को अभी तक पानी मुहैया नहीं हुआ है. अमृत मिशन योजना का काम सितंबर 2019 में पूरा होना था.

Bastar News: नगरीय निकाय चुनाव की वोटिंग के लिए 9 दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में कांग्रेस-बीजेपी और निर्दलीय प्रत्याशी जमकर प्रचार कर रहे हैं. जगदलपुर शहर के 48 वार्डों में प्रत्याशी लगातार पहुंच रहे हैं. नगर निकाय चुनाव के मुद्दे पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया मिली है. मतदाताओं का कहना है कि चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दे गायब हैं. 9 सालों से जगदलपुरवासी साफ पानी के लिए तरस रहे हैं.
लोगों की शिकायत है कि आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला है. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत मिशन योजना के तहत जगदलपुर शहर में 24 घंटे पेयजल की सुविधा दी जानी थी. बीते 9 सालों से योजना के काम में उदासीनता बरती जा रही है. तय समय के मुताबिक अमृत मिशन योजना का काम सितंबर 2019 में पूरा होना था. अब तक 9 सालों में 80 फीसद जलापूर्ति का काम हो पाया है. जगदलपुर नगर निगम को छोड़कर राज्य के सभी शहरों में जल आपूर्ति भी हो रही है. काम बंद होने के संबंध में ठेकेदार ने भुगतान लंबित होने की बात कही है. कई घरों में अमृत मिशन योजना के तहत मीटर तक नहीं लगाया गया है.
9 साल से अधूरा पड़ा है जलापूर्ति का काम
साल 2016 में अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने और घर- घर मीटर लगाने का काम शुरू हुआ था. अधिकारी 9 साल बाद भी जनता को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के सवाल पर बचते नजर आ रहे हैं. लेटलतीफी के चलते 104 करोड़ की परियोजना का लागत वर्तमान में करीब 150 करोड़ रुपये पहुंच गया है. महापौर पद के लिए चुनाव लड़ रहे बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशी अमृत मिशन योजना का काम सबसे पहले पूरा करने का दावा कर रहे हैं. मतदाताओं का कहना है कि पहले भी नगरीय निकाय चुनाव में दावे किए गए. गर्मी में पानी के लिए लोगों को आज भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है.
अमृत मिशन योजना का हाल हुआ बेहाल
पूर्व महापौर सफीरा साहू का कहना है कि अमृत मिशन योजना का काम लगभग 90 फीसद पूरा हो चुका है. लेटलतीफी पर ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया गया है. नए ठेकेदारों को काम का ठेका मिला है. राज्य सरकार से अपेक्षित राशि की मांग की गई है. जल्द जलापूर्ति का काम पूरा कर लिया जाएगा. आम आदमी पार्टी के महापौर प्रत्याशी समीर खान और निर्दलीय रोहित सिंह आर्या ने अमृत मिशन योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.
रोहित सिंह आर्या का कहना है कि जगदलपुर नगर निगम में पिछले 9 सालों से कांग्रेस की सरकार थी. योजना के तहत सरकार से राशि मिली. टेंडर प्रक्रिया में घोर लापरवाही बरती गई. ठेकेदारों को काम दिलाने की एवज में भारी भ्रष्टाचार किया गया. एक साल पहले कांग्रेस महापौर सफिरा साहू के बीजेपी में शामिल होने से शहरवासियों को जल्द अमृत मिशन योजना का काम पूरा होने की उम्मीद जगी थी. बीजेपी में शामिल होने के बाद भी पूर्व महापौर ने योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया.
नगर पालिका निगम के एसडीओ और अमृत मिशन योजना के प्रभारी अमर सिंह का कहना है कि ठेकेदार बदले जाने से जलापूर्ति का काम प्रभावित हुआ है. जल्द घर-घर पानी का मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. राज्य शासन से अतिरिक्त राशि की भी मांग की गई है. राशि मिलने के बाद आगामी महीनों में काम पूरा कर लिया जाएगा. फिलहाल जगदलपुर वासी अभी 24 घंटे शुद्ध पानी की सुविधा से वंचित हैं.
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