अबूझमाड़ में मारे गए नक्सलियों पर था 48 लाख का इनाम, इस माओवादी संगठन के सदस्य थे सभी नक्सली
Narayanpur Naxal Encounter: अबूझमाड़ इलाके में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों में से छह नक्सलियों की शिनाख्त हो गई है. इन छह नक्सलियों पर कुल 48 लाख रुपये का ईनाम था.
Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों में से छह नक्सलियों की शिनाख्त बस्तर पुलिस ने कर ली है. मारे गए सभी नक्सलियों में से छह नक्सली माओवादी संगठन के PLGA कंपनी नंबर-1 के डीवीसीएम सदस्य बताए गए. इन पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने 8-8 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था.
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि मारे गए नक्सली में सुदरु सिवायपीसी PLGA कंपनी नंबर-1 डीवीसीएम सदस्य था. इस पर 8 लाख रुपये का ईनाम था. इसके अलावा वर्गेश पर भी 8 लाख रुपये का इनाम था. वहीं महिला नक्सली ममता पर भी 8 लाख रुपये का ईनाम था. इसके अलावा समीरा पर 8 लाख रुपये का इनाम और कोसी पर भी 8 लाख का इनाम था. जबकि मोती जो कि पीसीसीएम PLGA कंपनी नंबर-1 का डीवीसीएम सदस्य था उसपर भी 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
हालांकि, अन्य दो नक्सलियों के शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है. एसपी का कहना है कि इन नक्सलियों के मारे जाने से इलाके में शांति आएगी. लंबे समय से मारे गए सभी नक्सली इस इलाके में सक्रिय थे और इसके अलावा कई बड़ी वारदातों में भी शामिल थे. इन छह नक्सलियों पर कुल 48 लाख रुपये का ईनाम था. छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़ एरिया नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा है.
एक महीने में 20 से ज्यादा इनामी नक्सली ढेर
इस इलाके में पुलिस और प्रशासन की पहुंच नहीं होने की वजह से बड़े माओवादी लीडर इसे अपना सबसे सुरक्षित ठिकाना मानते आए हैं, लेकिन पिछले चार महीनो में बस्तर पुलिस ने स्पेशल फोर्स के साथ माड़ बचाओ अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत लगातार जवानों को सफलता भी मिल रही है. पिछले एक महीने में ही इस इलाके में 20 से ज्यादा इनामी नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया है.
शनिवार को भी माड़ इलाके के कुतुल, कोड़तामेटा, फरसेबेड़ा आदिंगपाल में चार जिलों, जिसमें कांकेर नारायणपुर कोंडागांव और दंतेवाड़ा की DRG, STF, ITBP, BSF की स्पेशल फोर्स ने नक्सलियों के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया. लगभग 60 घंटे तक यह टीम नक्सलियों के इलाके में पहुंचकर लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चलाती रही और इसी दौरान शनिवार को सुबह घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग की.
एक जवान शहीद, दो घायल
हालांकि, नक्सलियों की पहली फायरिंग में एसटीएफ के जवान नितेश एक्का को गोली लगने से शहादत हो गई, जबकि दो जवान घायल हो गए. इसके बाद जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और चारों तरफ से घेरकर नक्सलियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. बस्तर आईजी सुंदरराज. पी ने बताया कि इस मुठभेड़ में नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचा है. जवानों ने आठ नक्सलियों के शव बरामद किए हैं. वहीं घटनास्थल में कई जगह खून के धब्बे देखे गए हैं.
ऐसे में जवानों ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल भी हुए हैं. आईजी ने कहा कि माड़ बचाओ अभियान के तहत बस्तर संभाग के आतिसंवेदन सभी पांच जिलों की स्पेशल फोर्स ऐसे इलाकों में लगातार ऑपरेशन चला रही है. यहां आज तक कभी फोर्स नहीं पहुंची थी. यही नहीं इस इलाके में नए पुलिस कैंप स्थापित किये जा रहे हैं. लगभग तीन हजार जवानों के द्वारा चलाए गए इस ऑपरेशन में आठ नक्सलियों के शव के साथ ही उनके अत्याधुनिक हथियार, विस्फोटक सामान और नक्सलियों का दैनिक सामान भी जवानों ने बरामद किया है.
बीते चार महीने में मारे गए 130 माओवादी
गौरतलब है कि प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद और केंद्र सरकार से बस्तर को नक्सल मुक्त करने के लिए फ्री हैंड मिलने के बाद बीते चार महीनों में नक्सल मोर्चे पर तैनात छत्तीसगढ़ और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सल विरोधी अभियान में 131 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है. साथ ही उनके शव और हथियार भी बरामद किए हैं.
इस एंटी नक्सल ऑपरेशन में सबसे ज्यादा बीजापुर में 51, कांकेर में 34, नारायणपुर में 26 माओवादियों को जवानों ने ढेर किया है. इसके अलावा 200 से ज्यादा नक्सलियों को गिरफ्तार करने के साथ ही 250 से ज्यादा नक्सलियों ने पुलिस के बढ़ते दबाव की वजह से हथियार छोड़ आत्मसमर्पण कर दिया है.