Narayanpur Naxalites News: छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बीते एक सप्ताह में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या करने के बाद अब नक्सलियों ने 2 और जनप्रतिनिधियों को जान से मारने की धमकी दी. नक्सलियों ने बकायदा नारायणपुर ओरछा के बटुमपारा मार्ग पर अपना बैनर लगाकर इन दोनों जनप्रतिनिधियों को धमकी देते हुए इनका नाम लिखा. नक्सलियों के धमकी के बाद दोनों जनप्रतिनिधियों में भय का माहौल है और दोनों ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है.
नक्सलियों ने छोटे डोंगर के सरपंच हरीराम मांझी और बीजेपी के कोमल मांझी को धमकी दी है. हरी राम मांझी कांग्रेस से हैं जबकि कोमल मांझी बीजेपी पार्टी से हैं. इससे पहले भी नक्सली इन्हें जान से मारने की धमकी दे चुके हैं, लेकिन जिस तरह से बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सागर साहू के घर में घुसकर नक्सलियों ने हत्या की है, इसके बाद दोनों जनप्रतिनिधियों में दहशत का माहौल है.
इससे पहले दो बार मिल चुकी हैं धमकी
नारायणपुर एसपी पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि नक्सलियों ने जिले के ओरछा के बटुमपारा सड़क मार्ग पर बैनर लगाया था. इस बैनर में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए छोटे डोंगर एरिया के ही दो और जनप्रतिनिधियों को जान से मारने की धमकी दी गई है. इसकी सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस ने बैनर को जब्त कर लिया. वहीं छोटे डोंगर के कांग्रेस सरपंच हरिराम मांझी ने बताया कि इससे पहले भी नक्सली दो बार उन्हें जान से मारने की धमकी दे चुके हैं. इसके साथ ही कोमल मांझी जिनकी पत्नी जनपद सदस्य हैं और वह भी बीजेपी पार्टी से लंबे समय से जुड़े हुए हैं, उन्हें भी नक्सलियों ने पहले भी दो बार जान से मारने की धमकी दी है.
सरपंच हरीराम मांझी ने बताया कि नक्सलियों ने सागर साहू को घर में घुसकर गोली मारी है. अब नक्सलियों ने अपने बैनर में बकायदा उनका नाम और कोमल मांझी का नाम लिखा है. ऐसे में उनके साथ-साथ परिवार में भी दहशत का माहौल है. ऐसे में उन्होंने नारायणपुर पुलिस से सुरक्षा की मांग की है. उनका कहना है कि छोटे डोंगर गांव नक्सल प्रभावित क्षेत्र है.
सागर साहू का घर भी छोटे डोंगर में थाने के करीब था, लेकिन नक्सलियों के स्मॉल एक्शन टीम ने घर में घुसकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद से उनके मन में डर समाया हुआ है, इसलिए उन्होंने नारायणपुर पुलिस से सुरक्षा देने की मांग की है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों से उनके जान को खतरा है. ऐसे में अब वे चाहते हैं कि उन्हें पुलिस सुरक्षा दी जाए.
एसपी पुष्पेंद्र ने कहा कि अब तक जनप्रतिनिधियों की ओर से लिखित में सुरक्षा की मांग नहीं की गई है. लिखित में सुरक्षा की मांग करने के बाद इस पर विचार किया जाएगा. फिलहाल सागर साहू के हत्या के बाद सभी जनप्रतिनिधियों को सचेत रहने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही अंदरूनी इलाकों में बिना थाना में सूचना दिए नहीं जाने की सलाह दी गई है.