Narayanpur News: नारायणपुर जिले के भरंडा गांव में फर्जी एनकाउंटर पर राजनीति शुरू हो गई है. आज भाजपा की टीम ने मारे गए ग्रामीण के परिवार से मुलाकात कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. भाजपा की तरफ से मुठभेड़ के लिए गठित जांच दल में पूर्व मंत्री केदार कश्यप और कई बड़े नेता शामिल हैं. जांच दल ने अज मृतक मानूराम नुरेटि के घर जाकर परिजनों से घटनाक्रम की जानकारी ली और मामले की रिपोर्ट भाजपा हाईकमान को सौंपने की बात कही.


DRG जवान और मृतक के भाई ने मुठभेड़ को बताया फर्जी


दरअसल, 24 जनवरी को नारायणपुर से लगे भरंडा गांव के जंगलों में ग्रामीण को नक्सली बताकर पुलिस ने एनकाउंटर किया था. पुलिस की DRG टीम में शामिल मृतक के भाई ने मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए फर्जी बताया और दावा किया भाई का नक्सलियों से कोई नाता नहीं था. पुलिस अधिकारियों का कहना था कि एनकाउंटर के बाद मानूराम नुरेटि के पास से भरमार बंदूक बरामद हुई, लेकिन अब तक जांच से पता चला है कि पुलिस का दावा झूठा है क्योंकि नक्सली बताकर एनकाउंटर में मारा गया ग्रामीण पूरी तरह से निर्दोष ग्रामीण था. उसका नक्सलियों से कोई नाता नहीं था और ना ही नक्सलियों के दलम में शामिल होने का पता चला है. 


पुलिस बयान से पलटी, बताया क्रॉस फायरिंग में हुई मौत


इधर, DRG जवान और मृतक ग्रामीण के भाई ने खुलासा किया कि मानुराम नुरेटि नक्सली नहीं था बल्कि खुद पुलिस की बस्तर फाइटर्स  में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था. मुठभेड़ के दिन 2 अन्य साथियों के साथ जंगल में शिकार करने गया हुआ था और इस दौरान DRG के जवानों ने नक्सली बताकर एनकाउंटर में मार दिया. भाई के खुलासे पर नारायणपुर पुलिस अधिकारी सकते में रह गए और उन्होंने अब बयान पलटते हुए क्रॉस फायरिंग की बात गढ़ ली. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि भरंडा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी. इस दौरान मौजूद मानू नुरेटि को क्रॉस फायरिंग में पुलिस की गोली लगी. गोली लगने से मौके पर ही मानू नुरेटि की मौत हो गई. आईजी ने बताया कि अब तक जांच में पाया गया कि मारे गए मृतक मानु नुरेटि की नक्सलियों से सांठगांठ नहीं है. हालांकि इस मामले की जांच की जा रही है. लेकिन पुलिस की दोनों 'थ्योरी' लोगों को पच नहीं रही है. 


BJP ने दोषी जवानों पर की कड़ी कार्रवाई करने की मांग


मामले में भाजपा जांच दल के प्रमुख और पूर्व मंत्री केदार कश्यप का कहना है कि पुलिस वाहवाही लूटने के लिए ग्रामीणों को मारकर नक्सली बता रही है, लेकिन आदिवासियों के साथ ऐसा होने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने भाजपा हाई कमान को घटना की जांच रिपोर्ट सौंप कर मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है. कश्यप ने सरकार की ओर से मारे गए निर्दोष ग्रामीण के परिजनों को मुआवजा दिए जाने, दोषी जवानों पर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा. 


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