Narayanpur News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर मचे बवाल और बीजेपी के जिला अध्यक्ष समेत चार लोगों की गिरफ्तारी की जांच के लिए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की ओर से बनाया गया बीजेपी नेताओं का डेलिगेशन देर काफी हंगामे के बाद नारायणपुर पहुंचने से पहले ही बेनूर थाना से लौट गया. बीजेपी डेलिगेशनने जिला प्रशासन के द्वारा काफी मान मुन्नवल के बाद लगभग चार घंटों का धरना प्रदर्शन खत्म किया और मगंलवार देर रात वापस रायपुर के लिए रवाना हो गए.
धरना प्रदर्शन के बाद बैनुर थाना के बंद कमरे में लगभग एक घंटे तक एसपी कलेक्टर और बीजेपी डेलिगेशन के बीच बातचीत हुई. उसके बाद बातचीत के बाद आखिरकार इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद ही बीजेपी के सभी नेता वापस रायपुर लौटे. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा "बीजेपी डेलिगेशन ने नारायणपुर जिला प्रशासन से धर्मांतरण बंद करने और जिन लोगों के द्वारा गांव गांव में धर्मांतरण किया जा रहा है उन लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अगर कार्यवाई नहीं की जाती है, तो धर्मांतरण के मामले को लेकर बीजेपी मूल धर्म के आदिवासियों के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी."
यहां पिछले तीन दिनों से हालात बेकाबू
दरअसल नारायणपुर जिले के 30 से ज्यादा गांव में हो रहे धर्मांतरण को लेकर विशेष समुदाय और मूल धर्म के आदिवासियों के बीच घमासान मचा हुआ है. यहां पिछले तीन दिनों से हालात बेकाबू हैं. सोमवार के दिन हालात और बिगड़ गए. जिसके बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने इस पूरे मामले की जांच के लिए छह सदस्यों का डेलिगेशन बनाया और जांच के लिए मंगलवार को नारायणपुर भेजा, लेकिन नारायणपुर जाने से पहले ही बेनूर थाना में जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बीजेपी डेलिगेशन को रोक लिया.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बेनूर में किया चक्काजाम
रोके जाने से नाराज बीजेपी डेलिगेशन ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ जमकर बवाल मचाया. लगभग चार घंटों तक वाहनों की लंबी कतार लग गई. खुद मौके पर एसपी और कलेक्टर पहुंचे. उन्होंने बीजेपी डेलिगेशन के नेताओं को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने. वो नारायणपुर जाने की जिद पर अड़े रहे. केदार कश्यप ने कहा "नारायणपुर जाकर पूरे मामले की जांच कर प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट सौपना चाहते हैं. मारपीट के आरोप में बीजेपी के जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम के साथ अन्य चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है. हम उनसे मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने नारायणपुर जाने से पहले ही रोक दिया."
उन्होंने कहा "जिले के एसपी और कलेक्टर से बंद कमरे में बात हुई है. उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया है. साथ ही धर्मांतरण करने वाले लोगों पर भी कार्यवाही का आश्वासन दिया है. इस आश्वासन के बाद ही बीजेपी डेलिगेशन रायपुर लौट रहा हैं. जिस तरह से दो समुदाय के बीच हुए मारपीट में बीजेपी के जिला अध्यक्ष समेत चार अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसके विरोध में पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा और जब तक उनकी रिहाई नहीं हो जाती तब तक बीजेपी अपनी मांग में अड़ी रहेगी."
प्रशासन ने कहा स्थिति काबू में
इस पूरे मामले में जिला कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया कि नारायणपुर में अब स्थिति नियंत्रण में है. बीजेपी डेलिगेशन को वापस रायपुर जाने के लिए मना लिया गया है. हालांकि उन्होंने जरूर इस मामले में जांच करने की बात कही है. उन्होंने बताया कि पुलिस और जिला प्रशासन पहले ही इस पूरे मामले की जांच कर रही है. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है. वहीं नारायणपुर के एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि अब तक धर्मांतरण के मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें बीते 1 जनवरी को 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया और दो जनवरी की घटना में अन्य पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया.
एसपी ने क्या कहा
एसपी ने कहा कि जिले भर के जवानों के साथ-साथ चार बटालियन के जवान भी पूरे जिले में तैनात किए गए हैं. अब गांव में हालात काबू में हैं और किसी तरह की अप्रिय घटना की स्थिति नहीं है. एसपी ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है और दोनों तरफ से कार्यवाही कर रही है. उन्होंने कहा कि शहर के गिरजाघरों और विशेष समुदाय के घरों में की गई तोड़फोड़ की लिखित शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने के बाद जरूर इस पर भी जांच की जाएगी. जिन लोगों ने भी घरों में तोड़फोड़ की है और गिरजा घरों में तोड़फोड़ की है उनके खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर रही है. फिलहाल हालात प्रशासन के काबू में हैं.