Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है. बीएसएफ और डीआरजी के जवानों ने नक्सलियों का अस्थायी कैम्प ध्वस्त कर हथियार बनाने की मशीन बरामद की है. मौके से गैस सिलेंडर, वेल्डिंग गैस मशीन और बड़े बड़े संदूकों के साथ नक्सलियों का दैनिक सामान भी मिला है. बता दें कि जवानों की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नक्सलियों तक हथियार की सप्लाई लगभग ठप हो गई है.


ऐसे में नक्सली हथियार बनाने की मशीन से देसी बंदूक तैयार कर रहे हैं. बीएसएफ और डीआरजी की कार्रवाई से एक बार फिर नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा है. एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से कोंगे, पागुड़, सोनपुर -कोहकामेटा में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी.


सूचना पर संयुक्त टीम को नक्सलियों के पीछे लगाया गया था. गश्त  पर निकली टीम की पांगुड़ गांव के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए. मौके पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया.


नक्सलियों को अब तक का सबसे बड़ा झटका


सर्चिंग के दौरान जवानों ने नक्सलियों का अस्थाई कैंप ढूंढकर ध्वस्त कर दिया. अस्थाई कैंप से रसोई गैस सिलेंडर, वेल्डिंग गैस सिलेंडर ,फोल्डेबल चेयर, डेटोनेटर, नक्सली वर्दी, पिट्ठू बैग, सोलर प्लेट के अलावा हथियार बनाने की मशीन, बड़ी संदूकें, तेल टिन और नक्सलियों का दैनिक सामान, नक्सली साहित्य बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि अबूझमाड़ नक्सलियों का सुरक्षित ठिकाना माना जाता रहा है.


अबूझमाड़ के इलाके में सुरक्षा बलों की टीम "ऑपरेशन माड़" चला रही है. जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत सफलता भी मिल रही है. एक महीने पहले भी जवानों ने 38 माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था. अब नक्सलियों का अस्थाई कैम्प ध्वस्त होना सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता है. एसपी ने बताया कि मशीन से नक्सली देसी कट्टा, 12 बोर की बंदूक तैयार करते थे. हथियार बनाने के लिए वेल्डिंग गैस सिलेंडर का भी इस्तेमाल होता था. बताया जा रहा है कि नक्सलियों को अब तक का सबड़े बड़ा झटका लगा है. 


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