Chhattisgarh Latest News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में धर्मांतरण को लेकर पिछले एक महीने से दो समुदायों के बीच घमासान मचा हुआ है. दोनों ही समुदाय के लोगों के बीच संघर्ष जारी है और कई लोग घायल भी हो गए हैं, लेकिन पिछले 3 दिनों में इस जिले के अंदरूनी गांव में हुए दो समुदाय के बीच मारपीट से हालात काफी बिगड़ गए हैं. आलम यह है कि विशेष समुदाय के लोगों को अपनी जान बचाने के लिए जंगलों और अपने रिश्तेदारों के घरों का सहारा लेना पड़ रहा है. उनके घरों को दूसरे समुदाय के लोगों ने तहस-नहस कर दिया है, वहीं 6 से भी ज्यादा चर्च तोड़े गए हैं.


यही नहीं महिलाओं पुरुषों, बुजुर्गों की भी डंडे लाठी से पिटाई कर दी गई है, हालांकि इस मामले में अब तक 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है और 5 लोगों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है. वहीं इन हुड़दंग मचाने वाले लोगों में नारायणपुर के भाजपा जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम का भी नाम सामने आया है, जिसे सोमवार देर रात ही पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया और मंगलवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है.


आधा दर्जन से ज्यादा गिरजाघरों को तोड़ा


धर्मांतरण के विरोध में सोमवार को विशेष समुदाय के लोगों द्वारा दूसरे समुदाय के लोगों से मारपीट के विरोध में नारायणपुर बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन इस बंद के दौरान ही दूसरे समुदाय के लोगों ने एसपी कलेक्टर के साथ हुए बैठक के बावजूद बाहर निकल कर जमकर हुड़दंग मचाया और शहर के गिरिजाघरों में तोड़फोड़ करने के साथ ही शांति नगर में भी विशेष समुदाय के लोगों के मकानों में जमकर तोड़फोड़ की और आधा दर्जन से अधिक गिरिजाघरों को तहस नहस कर दिया. इस दौरान कुछ घरों में घुसकर हुड़दंग मचाने वाले लोगों ने मारपीट भी की, जिनमें कुछ लोग घायल भी हुए.


मारपीट का शिकार हुए लोगों ने बताया कि कई लोग उनकी आने की सूचना पर ही अपने घरों में ताला लगाकर अपने आप को बचाने दूसरे घरों में छिप गए या फिर कई दूर तक जंगल में छिपे रहे और हुड़दंग मचाने वाले बकायदा सब के मकानों के दरवाजा तोड़कर उनके घरों के अंदर जमकर तोड़फोड़ मचाई, जिससे पीड़ित लोगों का कहना है कि उन्हें इससे काफी नुकसान हुआ है.


वहीं उन्होंने कहा कि इस हुड़दंग मचाने वाले लोगों के खिलाफ थाना में भी शिकायत दर्ज कराई जाएगी, वे चाहते हैं कि उनके घरों को तोड़फोड़ करने वाले लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें हुए नुकसान का सरकार के द्वारा भरपाई की जाए.


पांच लोगों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल


इधर इस मामले में बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि अब तक हुड़दंग मचाने वाले लोगों में से 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.


इनमें नारायणपुर बीजेपी जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम के साथ ही अन्य चार लोग भी बीजेपी के ही कार्यकर्ता हैं, साथ ही मारपीट और तोड़फोड़ करने की वीडियो के माध्यम से और लोगों की शिनाख्त की जा रही है. इस मामले में 45 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआई आर दर्ज किया गया है. साथ ही 500 से ज्यादा  लोगों को सह आरोपी बनाया गया है, फिलहाल सभी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और इन लोगों की गिरफ्तारी भी की जा रही है.


पुलिस पर लगाए गए एकतरफा कार्रवाई के आरोप


इधर इस मामले में बीजेपी जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम की गिरफ्तारी से नाराज बस्तर प्रभारी व राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे, पूर्व मंत्री केदार कश्यप ,पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कवर, कांकेर सांसद मोहन मंडावी और 20 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को नारायणपुर से पहले बेनूर में ही रोक लिया गया है, और उन्हें नारायणपुर आने नहीं दिया  जा रहा है.


बीजेपी नेता संजय पांडे का कहना है कि पुलिस इस पूरे मामले में एक तरफा कार्यवाही कर रही है और बीजेपी के लोगों को चुन चुनकर गिरफ्तार कर रही है, जबकि इस मामले में मारपीट करने वाले आरोपियों को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है ,पुलिस की एक तरफा कार्यवाही से  बीजेपी  के जनजाति समाज के लोग नाराज हैं. जिले के एड़का गांव में दो दिन पहले हुए मारपीट के मामले में अगर पुलिस त्वरित कार्यवाही कर विशेष समुदाय के लोगों को गिरफ्तार करती तो यह घटना नही होती, जिला प्रशासन और पुलिस की निष्क्रियता और राज्य सरकार के धर्मांतरण के प्रति तुष्टिकरण करने के कारण यह घटना घटित हुई है, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.


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