Protest In Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नेशनल हाइवे -30 पर बड़ईगुड़ा के पास मौजूद टोल प्लाज़ा को ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच बस्तर के एसडीएम ने सील कर दिया है, जिससे NHAI को बड़ा झटका लगा है, दरअसल जगदलपुर रायपुर नेशनल हाइवे- 30 में बड़ईगुड़ा टोल प्लाजा में सोमवार सुबह से ही बड़ी संख्या में ग्रामीण टोल प्लाज़ा के संचालक द्वारा बरती जा रही लापरवाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
पिछले 10 महीनों से बस्तरवासियों द्वारा व्यवस्था सुधारने की मांग करने के बावजूद टोल प्लाज़ा संचालक द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने के चलते ग्रामीणों ने टोल प्लाज़ा में हल्ला बोल दिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया, इस बीच जानकारी मिलने के बाद मौके पर प्रशासन की टीम भी पहुंची और प्रशासन के द्वारा भी पिछले 2 महीनों से NHAI को व्यवस्था सुधारने तीन बार नोटिस देने के बावजूद कोई कार्यवाही ना होता देख एसडीएम की मौजूदगी में तहसीलदारों ने टोल प्लाजा को सील कर दिया.
10 महीनों से व्यवस्था सुधारने की कर रहे थे मांग
टोल प्लाजा के सामने विरोध प्रदर्शन किए बस्तर के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले करीब 10 महीनों से टोल प्लाजा के संचालक द्वारा लोगों के लिए जरूरी सुविधा जिसमें टोल प्लाज़ा के दोनों ओर स्ट्रीट लाइट, हाई मास्ट लाईट, सड़कों की मरम्मत और राहगीरों के लिए अन्य सुविधाओ में सुधार नहीं किया जा रहा था, लंबे समय से इन जरूरी सुविधाओ को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी एजेंसी द्वारा नहीं निभाई जा रही थी.
जिसको लेकर इससे पहले भी स्थानीय ग्रामीणों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन के अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद बस्तर के एसडीएम ने भी एनएचआई को तीन बार व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नोटिस दिया, लेकिन NHAI ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और ना ही व्यवस्था सुधारा.
जिसके चलते सोमवार को ग्रामीणों ने टोल प्लाजा के सामने जमकर हंगामा किया और पुतला दहन करने के साथ ही टोल प्लाजा में कुछ देर तक वाहनों को भी रोके रखा, जिसके बाद मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने टोल प्लाजा को सील करने की कार्यवाही की.
प्रशासन ने तीन बार भेजा नोटिस नहीं मिला जवाब
बस्तर के एसडीएम ओम प्रकाश वर्मा ने बताया कि नेशनल हाईवे के बड़ईगुड़ा में मौजूद NHAI के टोल प्लाजा संचालक की जिम्मेदारी होती है कि टोल प्लाजा के आसपास लगी स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करें, साथ ही हाई मास्ट लाइट भी लगाए, यही नहीं पूरी तरह से टोल प्लाजा के दोनों ओर जर्जर हो चुकी सड़क की मरम्मत करने की भी जिम्मेदारी टोल प्लाजा की होती है.
बीते कई महीनों से बस्तर के ग्रामीणों द्वारा इस व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की जा रही थी, ग्रामीणो से शिकायत मिलने पर प्रशासन की टीम के द्वारा भी एनएचआई को तीन बार नोटिस दिया गया, लेकिन नोटिस का जवाब नहीं मिला जिसके चलते सोमवार को टोल प्लाजा को सील करने की कार्यवाही की गई, एसडीएम ने बताया कि दो तहसीलदारों की मौजूदगी में टोल प्लाज़ा को सील किया गया, उन्होंने कहा कि जब तक NHAI की ओर से कोई जवाब नहीं मिल पाता, तब तक टोल प्लाजा सील रहेगा और चार पहिया वाहन और ट्रक ,बस मालिकों को इस टोल प्लाजा में भुगतान नहीं करना पड़ेगा.