Operation Kagar: बस्तर संभाग में 'ऑपरेशन कगार' नामक चलाये जा रहे माओ विरोधी अभियान के खिलाफ नक्सलियों ने 15 अप्रैल को बंद का एलान किया है. पर्चा फेंककर बंद को सफल बनाने के लिए नक्सलियों ने जनता से अपील भी की है. वाहन मालिकों को अंदरूनी इलाकों में आवागमन बंद रखने की चेतावनी दी गयी है. नक्सली बंद के दौरान आपातकालीन सेवा को छूट रहेगी.
13 से 15 अप्रैल के बीच नक्सलियों ने 5 राज्यों में बंद बुलाया है. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि ऑपरेशन कगार से नक्सलियों को नुकसान पहुंच रहा है.
13 से 15 अप्रैल तक नक्सली बंद
नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर निर्दोष आदिवासियों की हत्या और फर्जी गिरफ्तारी का भी आरोप लगाया है. नक्सलियों ने 2024 के साढ़े 3 महीने में सुरक्षा बलों की कार्रवाई से भारी नुकसान की बात कबूली है. 2 अप्रैल को बीजापुर के कोर्चोली में मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में पीएलजीए के 4 माओवादी और अन्य 9 निर्दोष ग्रामीणों की हत्या करने का जवानों पर आरोप है. बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में 36 निर्दोष ग्रामीणों की हत्या करने का आरोप माओवादी संगठन के प्रवक्ता विकल्प ने लगाया है.
बस्तर संभाग में जारी हुआ अलर्ट
नक्सली बंद के आह्वान पर बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने जवाब दिया है. उन्होंने ऑपरेशन कगार को नक्सलियों के खिलाफ सफल बताया. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कगार के तहत माओवादी संगठन को कमजोर करने में कामयाबी मिल रही है. मुठभेड़ में जवानों ने इनामी नक्सलियों को मार गिराया है. उन्होंने कहा कि नक्सली बंद को देखते हुए समूचे बस्तर संभाग में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. सभी कैंप, थाना और चौकी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
आईजी ने निर्दोष ग्रामीणों की हत्या को झूठा आरोप बताया. उन्होंने कहा कि खुद नक्सलियों ने मासूम और निर्दोष ग्रामीणों की पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या कर दी है. पुलिस पर ग्रामीणों ने विश्वास जताया है. सुरक्षा बलों के जवानों पर नक्सलियों का आरोप निराधार है. आईजी ने कहा कि नक्सली बंद को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है.
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