Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर (Bastar) में नक्सली टीसीओसी (TCOC) अभियान चला रहे हैं. इस अभियान के दौरान नक्सली संभाग के 3 जिलों में बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. नक्सलियों के इस अभियान के बीच पुलिस को भी एक बड़ी सफलता मिली है. सुकमा जिले के गादीरास में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ के बाद डीआरजी और जिला पुलिस बल के जवानों की टीम ने एक नक्सली दंपति को गिरफ्तार किया है.


नक्सलियों के संगठन में 'द 'खली कहे जाने वाले दुर्दांत नक्सली हिड़मा और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है. हिड़मा पर पुलिस ने 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था, जबकि उसकी पत्नी कोसी पर 2 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस के मुताबिक हिड़मा को संगठन में ' द' खली कहा जाता है. क्योंकि इसकी हाइट 7 फुट से भी ज्यादा है. वो शरीर से भी काफी हट्टा कट्टा है. इसी वजह  से हिड़मा को  उसके संगठन के लोग 'द' खली के नाम से पुकारते हैं.


मुठभेड़ के बाद चट्टानों के पीछे छिपे थे नक्सली दंपति


सुकमा एसपी सुनील शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक गादीरास थाना क्षेत्र के परिया क जंगल में नक्सलियों के साथ जवानो की  मुठभेड़ हुई थी. लगभग आधे घंटे तक दोनो ओर से गोलीबारी होने के बाद नक्सली भाग खड़े हुए थे.  मुठभेड़ के बाद घटनास्थल में तलाशी के दौरान जवानों ने चट्टान के पीछे छिपे 8 लाख के इनामी नक्सली दंपति हिड़मा और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. तलाशी लेने पर गिरफ्तार महिला के पास रखे एक पिट्ठू बैग से  6 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 5 जिलेटिन रॉड, एक मीटर कार्डेक्स वायर, 2 नग लाल रंग के नक्सली बैनर, 20 नक्सली पर्चे, 6 टार्च बैटरी और दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद की गई. वहीं हिड़मा की निशानदेही पर जवानो  को नुकसान पहुंचाने के लिए झाड़ियों में छिपाकर रखे एक टिफिन बम को भी बरामद किया गया है.


दोनों नक्सली दंपति थाना पुसपाल, गादीरास और दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर के कटेकल्याण क्षेत्र में बड़ी नक्शली घटनाओं में शामिल रहे हैं. गिरफ्तार नक्सली मुचाकी हिड़मा मलांगिर एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर 24 का डिप्टी कमांडर है. वहीं कोसी कांगेर एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर 31 की सदस्य है.


इन बड़ी वारदातों में थे शामिल


गिरफ्तार दोनों नक्सली दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में  हुए बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं. जिसमें मुख्य रूप से दंतेवाड़ा जिले के चोलनार में साल 2015 में बटालियन के माइन प्रूफ गाड़ी में आईईडी ब्लास्ट और साल 2016 में मैलावाड़ा के पास सुरक्षाबलों के वाहन पर आईईडी ब्लास्ट की घटना में शामिल है. 


इसके अलावा इन दोनों ने 2018 में अनरपुर—नीलावाया रोड निर्माण के सुरक्षा में लगे पुलिस के जवानों पर हमला किया था. इसमें एक पत्रकार और दो जवान शहीद हो गए थे. वहीं किरंदुल और केरलापाल के पास सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की नियत गए एंबुश में भी  हिड़मा नक्सली शामिल था.


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