(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
2,000 रुपये के नोट बदलवाने के लिए हाथ पैर मार रहे नक्सली, सरकार के फैसले से मची खलबली, अब ले रहे इनका सहारा
आरबीआई के द्वारा 2 हजार के नोट को सर्कुलेशन से बाहर कर दिए जाने से बस्तर में नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है, नक्सली लेवी से वसुले गये अपने पास रखे 2 हजार के नोटो बदलवाने हाथ पैर मार रहे हैं...
2.000 Rupees Note: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 2 हजार के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने पर छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है. और अब अपने पास रखें 2 हजार के नोटो को बदलवाने नक्सली हाथ पैर मार रहे हैं. बस्तर पुलिस को संभाग के बीजापुर. सुकमा. दंतेवाड़ा. नारायणपुर. समेत अन्य नक्सल प्रभावित इलाकों से लगातार इनपुट मिल रहे हैं कि नक्सलियों के पास काफी बड़ी संख्या में 2 हजार के नोट हो सकते हैं. जिन्हें नोटबंदी की वजह से वे सितंबर माह से पहले ग्रामीण और शहरी इलाकों में खपाने या अपने सहयोगियों के माध्यम से बैंक के खातों में जमा करवाने की कोशिश कर सकते हैं.
इसे ही ध्यान में रखते हुए बस्तर पुलिस के साथ-साथ तमाम सुरक्षा एजेंसी पूरी तरह से अलर्ट हो गई हैं. वहीं कुछ दिन पहले ही बीजापुर इलाके में पुलिस ने नक्सली कमांडर मल्लेश का 6 लाख रु नगद संघम सदस्यों से जब्त किया था और इस 6 लाख में पूरे 2 हजार के नोट पुलिस ने जब्त किया था. जिसके बाद से पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद हो गई है और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी इलाकों के बैंकों में खास नजर भी रख रही है. साथ ही सीमावर्ती इलाकों में भी मोबाइल चेक पोस्ट के माध्यम से वाहनों की चेकिंग की जा रही है.
ठेकेदारों. व्यापारियों से नक्सली लेते हैं करोड़ो रूपये लेवी
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बस्तर में नक्सली संगठन पैसों के बदौलत ही बाहरी मदद लेते हैं. बीते चार दशक से नक्सली बस्तर में समानांतर सरकार चलाने में सफल भी हुए हैं. लेवी के रूप में नक्सली अधिकांश बड़े नोटों को अपने पास जमा करके रखते हैं और इन्हीं पैसों की मदद से नक्सलियो ने अपने संगठन को मजबूत बनाया है.वहीं नक्सल मामलों के जानकारो का मानना है कि नक्सली हथियारों से लेकर रसद और जरूरी सामानों के इंतजाम के लिए हर साल बड़े स्तर पर व्यापारियों, ठेकेदारों और अन्य लोगों से लेवी वसूलते हैं. और बीजापुर.सुकमा. दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के घने जंगल में जहाँ नक्सलियों की पकड़ सबसे ज्यादा मजबूत है ऐसे इलाकों में पैसा छुपा कर रखते हैं. इधर अचानक 2 हजार के नोट सर्कुलेशन से बाहर किए जाने से नक्सली संगठनों की परेशानी बढ़ गई है.और लेवी के माध्यम से वसूले गए करोड़ों की राशि को ठिकाने लगाने के लिए नक्सली हाथ पैर मार रहे हैं.
सितंबर माह से पहले नक्सलियों के पास से मिल सकते हैं बड़ी संख्या में 2 हजार नोट
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि हाल ही में बीजापुर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नक्सली कमांडर मल्लेश का 6 लाख रु. नगद जिसमें 2 हजार के 300 नोट जब्त करने में सफलता हासिल की है. इस घटना के बाद नक्सल इलाकों में संदिग्ध लोगों को पुलिस ने अपने रडार पर रखा है और उनकी निगरानी भी की जा रही है. इनपुट से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक दक्षिण बस्तर के दरभा डिवीजन में भी दो हजार नोटों के कई बंडल बदलने नक्सली बाहरी जुगाड़ में लगे हैं. लेकिन बस्तर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों के साथ सीमावर्ती इलाकों में अपनी पैनी नजर रख रही है.
वहीं उन्होंने बताया कि नक्सली इस बात से भी घबराए हैं कि सितंबर माह तक 2 हजार के नोट को बदलवाने की तय समय सीमा है. ऐसे में तब तक सारे नोट खपाने के फिराक में नक्सली रहेंगे. वहींँ बस्तर में ग्रामीण इलाकों के साथ शहरी क्षेत्रों के बैंको में बड़े कैश के साथ मूवमेंट आसान नहीं है. इसलिए माना जा रहा है कि नक्सलियों ने संभवत अपने संगठन के छोटी-छोटी पार्टियों के जरिए दो हजार के नोट वाले तीन चार बंडलों को खपाने का प्लान कर रहे हैं. पुलिस के पास यही इनपुट मिले हैं. जिसके बाद पुलिस ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है. वहीं नक्सली संगठन के पास से 2 हजार के 300 नोट पकड़ने में पुलिस को एक सफलता मिल गयी है. माना जा रहा है कि अगले सितंबर माह तक नक्सलियों के पास से और भी 2 हजार के नोट बरामद हो सकते हैं. फिलहाल बस्तर पुलिस के साथ-साथ बस्तर के तमाम सुरक्षा एजेंसी भी बैंकों के साथ-साथ अंदरूनी इलाक़ो में पूरी तरह से नजर बनाए रखी हुई हैं.