Sukma News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के बाद अब सुकमा पुलिस पर भी नक्सलियों ने फर्जी मुठभेड़ कर नक्सली बताकर गांव के एक निर्दोष ग्रामीण की हत्या करने का आरोप लगाया है. नक्सलियों ने बीते दिनों हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ को लेकर एक प्रेस नोट भी जारी किया है, जिसमें नक्सल संगठन के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी ने मुठभेड़ को पूरी तरह से फर्जी बताते हुए इस घटना के दौरान तिम्मापुरम गांव के रहने वाले ग्रामीण मड़कम जोगा को खेत में काम करते वक्त नक्सली बताकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है.


साथ ही नक्सलियों ने प्रेस नोट के माध्यम से सुकमा पुलिस पर यह भी आरोप लगाया है कि इस घटना के बाद से 2 ग्रामीण लापता हैं. जबकि 12 ग्रामीणों को पुलिस अपने साथ ले गई है, लेकिन अब तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.


12 ग्रामीणों को अगवा करने का आरोप
सुकमा जिले के तिम्मापुरम में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को लेकर नक्सलियों द्वारा जारी प्रेस नोट में नक्सलियों ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस नए कैंप खोलकर ग्रामीणों पर अत्याचार कर रही है और उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दे रही है. कुछ दिन पहले कथित मुठभेड़ में पुलिस ने मड़कम जोगा को इनामी नक्सली बताकर उसके पास से 25 किलो वजनी आईईडी बम बरामद करने का झूठा कहानी गढ़ा है, नक्सलियों का आरोप है कि तिम्मापुरम गांव में खेत में काम कर रहे मड़कम जोगा पर पुलिस ने फायरिंग की इसके अलावा मौके पर मौजूद 12 ग्रामीणों को अपने साथ ले गए साथ ही अन्य दो ग्रामीण अब  भी लापता हैं. जिसके बारे में पुलिस कोई सूचना नहीं दे रही है. 


मंत्री कवासी लखमा को ठहराया दोषी
इसके अलावा नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में कोण्टा विधानसभा के विधायक और प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी दोषी ठहराया है. नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में लिखा है कि सुकमा जिले में जिस तरह से पूरी घटनाक्रम हो रही है इसके पीछे कवासी लखमा की साजिश है. इसके अलावा अपने प्रेस नोट के माध्यम से नक्सलियों ने तीम्मापुरम में फर्जी मुठभेड़ की न्यायिक जांच करने, दोषी पुलिस अधिकारियों और जवानों को सजा देने और गिरफ्तार किए गए सभी ग्रामीणों को तुरंत बेशर्त रिहा करने और निर्दोष ग्रामीणों की हत्या और उनपर अत्याचार और गिरफ्तारी बंद करने की मांग की है.


बस्तर के आईजी ने इसपर क्या कहा
इधर नक्सलियों के प्रेस नोट को लेकर बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने कहा है कि हमेशा से ही नक्सली संगठन अपने साथियों के मारे जाने के बाद इस तरह के प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर झूठा आरोप लगाते हैं. आईजी ने बताया कि तीम्मापुरम मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की पहचान एरिया कमांडर मड़कम जोगा के रूप में की गई है और इसके खिलाफ सुकमा जिले के अलग-अलग थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं. ऐसे में इलाके में लगातार दहशत फैला रहे नक्सली को मार गिराया गया है. घटनास्थल से ग्रामीणों को गिरफ्तार करने के सवाल पर आईजी ने कहा कि कुछ ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है.


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