Chhattisgarh News: बस्तर से लगे तेलंगाना-ओड़िसा के सीमावर्ती इलाकों में नक्सली हाईटेक हो गए हैं. नक्सली ड्रोन कैमरे की मदद से जवानों के मूवमेंट और कैंप पर नजर रख रहे हैं. तेलंगाना पुलिस की गिरफ्त में आए नक्सलियों के तीन सहयोगियों ने खुलासा किया. सहयोगी नक्सलियों को ड्रोन कैमरे और विस्फोटक की सप्लाई करते थे. गिरफ्तार आरोपियों में से दो तेलंगाना और एक छत्तीसगढ़ के बीजापुर का रहने वाला है. पुलिस ने तीनों के पास से एक ड्रोन कैमरा, जिलेटिन स्टिक्स, डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर समेत अन्य विस्फोटक सामान बरामद किया है.


पूछताछ में आरोपियों ने नक्सलियों के सप्लाई चेन का भी बड़ा खुलासा किया है. भद्रादी कोत्तगुड़ेम एसपी का दावा है कि गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी के बाद नक्सलियों के सप्लाई चेन को तोड़ने में तेलंगाना, ओड़िसा और छत्तीसगढ़ पुलिस को काफी मदद मिलेगी. हालांकि नक्सलियों के ड्रोन कैमरा मंगाए जाने की बात सामने आने से तेलंगाना, उड़ीसा के साथ-साथ बस्तर पुलिस के भी होश उड़े हुए है. 


नक्सली कर रहे ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल


कुछ समय से पुलिस के खुफिया तंत्र को जानकारी मिल रही थी कि नक्सली जवानों पर हमला करने के लिए हाईटेक तरीका अपना रहे हैं. मकसद है ज्यादा से ज्यादा जवानों को नुकसान पहुंचाना. छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ-साथ तेलंगाना और उड़ीसा पुलिस को भी अलर्ट किया गया था. हाल में हुए 4 राज्यों के पुलिस अधिकारियों की बैठक के बाद नक्सलियों का सप्लाई चेन ध्वस्त करने के लिए संयुक्त रूप से पुलिस ऑपरेशन चला रही है. संयुक्त ऑपरेशन में तेलंगाना की भद्रादी कोत्तगुड़ेम पुलिस नक्सलियों के तीन सप्लायरों को गिरफ्तार कर सकी है.


सप्लायरों के पास से पुलिस ने नक्सलियों की तरफ से मंगाए गए ड्रोन कैमरा भी बरामद किया है. भद्रादी एसपी विनीत कुमार ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर इलाके में कुछ नक्सल सहयोगी विस्फोटक सामान सप्लाई करने वाले हैं. सूचना के बाद तुरंत पुलिस ने हाइवे में मोबाइल चेक पोस्ट लगाकर वाहनों की चेकिंग शुरू की. चेरला मंडल देवनगरम के पास पुलिस ने एक संदिग्ध वाहन रुकवाया. वाहन की तलाशी में सबसे पहले एक ड्रोन कैमरा मिला. उसके बाद एक बैग से जिलेटिन स्टिक्स, कॉर्डेक्स वायर और डेटोनेटर भी पुलिस ने बरामद किया.


पुलिस ने तीनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान एक आरोपी ने अपना नाम नागेश्वर, दूसरे आरोपी ने देवसुरी मल्लिकार्जुन और तीसरे ने उमाशंकर बताया. एसपी ने बताया कि एक नक्सल सहयोगी उमाशंकर बीजापुर जिले के आवापल्ली का रहने वाला है. दो आरोपी तेलंगाना के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि विस्फोटक सामान और ड्रोन कैमरा नक्सलियों ने मंगवाया था. सामान को नक्सलियों के बताए गए ठिकाने पर छोड़ना था.


गिरफ्तार सप्लायरों से पूछताछ में खुलासा


ठिकाने पर पहुंचने से पहले पुलिस ने सामान जब्त कर लिया. एसपी ने कहा कि तीनों को रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में नक्सलियों के सप्लाई चेन का भी खुलासा हुआ है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है. भद्रादी एसपी विनीत कुमार ने कहा कि अब तक पुलिस को जानकारी थी कि नक्सली विदेशी गन, ऑटोमेटिक हथियार, लैपटॉप कंप्यूटर, प्रिंटर, जनरेटर, स्मार्टफोन, टेबलेट और कई हाईटेक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन पहली बार पुलिस ने नक्सलियों के सप्लायरों से ड्रोन कैमरा बरामद किया है.


पूछताछ में पता चला कि नक्सली जवानों के मूवमेंट पर नजर रखने और रेकी करने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि वर्तमान में नक्सलियों के पास और भी ड्रोन कैमरा हो सकता है. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है. अब तक छत्तीसगढ़-तेलंगाना और छत्तीसगढ़-उड़ीसा बॉर्डर पर हुए कई मुठभेड़ों के बाद जब्त सामानो में अब तक ड्रोन कैमरा बरामद नहीं किया गया है. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि नक्सली अभी-अभी ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल जवानों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए करने लगे हैं.


बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने भी कहा कि अगर नक्सली ड्रोन कैमरा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो वाकई पुलिस के लिए चिंता का विषय है. लेकिन बहुत जल्द तोड़ भी निकाला जाएगा. नक्सली हमेशा सुरक्षाबलों पर ड्रोन से बमबारी और नजर रखने का आरोप लगाते आ रहे थे. अब नक्सलियों के भी ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने से पुलिस और सतर्क हो गई है. फिलहाल गिरफ्तार तीनों नक्सल सहयोगियों से  पूछताछ जारी है. पता लगाया जा रहा है कि नक्सली फिलहाल किन इलाकों में ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं. 


Bijapur News: बीजापुर में CRPF कोबरा बटालियन और STF के जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़