Bijapur News: बीजापुर में नीलम सरई जलप्रपात स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का प्रमुख विकल्प बनकर उभरा है. उसूर सोढ़ी पारा के युवा गाइड बनकर सैलानियों को राह दिखा रहे हैं और बदले में कमाई कर रहे हैं. ये सब  संभव हुआ तत्कालीन कलेक्टर रीतेश अग्रवाल की पहल से. उन्होंने पर्यटन स्थल को विकसित करने के साथ युवाओं को रोजगार मिलने का खाका खींचा. उनकी मेहनत रंग लाई और नतीजे में नीलम सरई जलप्रपात की चर्चा सोशल मीडिया पर छाई हुई है.


स्थानीय स्तर पर लोगों को मिल रहा रोजगार का विकल्प


करीब दो साल पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुई जलप्रपात की तस्वीरों ने सैलानियों और प्रकृति प्रेमियों का ध्यान अपनी ओर खींचा. उसके बाद से खूबसूरत जलप्रपात के दीदार करनेवालों का तांता लगा हुआ है. सैलानियों के आने से स्थानीय युवाओं को गाइड बनकर कमाई का मौका मिल रहा है. टूरिस्ट गाइड यश, नागेश की मानें तो प्रदेश और देश के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटक आ चुके हैं. चार पर्यटकों ने होम स्टे का लुत्फ भी उठाया है. नीलम सरई पर्यटन समिति की तरफ से सैलानियों के लिए गाइड और फूड चार्ज भी निर्धारित है. तीन महीनों में समिति ने 23 हजार रु की आय पर्यटन से अर्जित की है. अब तक करीब तीन सौ से ज्यादा सैलानी नीलम सरई जलप्रपात का भ्रमण कर चुके हैं. स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी का कहना है कि बीजापुर में पर्यटन के विकास को लेकर कार्ययोजना बनाई जा रही है. इसके लिए लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं. 


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