Surguja: हड़ताल पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के समर्थन में दिया बयान, महिला अधिकारी की आई शामत
Chhattisgarh News: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल की वजह से सरगुजा के 2 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताले लगे हुए हैं जिससे गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार नहीं मिल पा रहा है.
Surguja News: छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं (Anganwadi workers) की अनिश्चितकालीन हड़ताल (strike) से सरगुजा (Surguja) जिले में 2460 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताले लगे हुए हैं. आंगनबाड़ियों की हड़ताल का समर्थन करने बाल विकास परियोजना अधिकारी भी धरना स्थल पर पहुंच गईं जिसका संज्ञान लेते हुए जिले के महिला बाल विकास अधिकारी ने परियोजना अधिकारी को नोटिस जारी किया है.
अधिकारी ने आंगनबाड़ियों के प्रदर्शन को ठहराया जायज
दरअसल, सरगुजा जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल से जिले के 2460 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र पर ताले लग गए हैं जिसकी वजह से कुपोषित बच्चों सहित गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार नहीं मिल पा रहा है. शासन योजना के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलने वाले पोषण आहार पर भी इसका असर देखा जा रहा है. वहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं महिलाओं के समर्थन में पहुंचीं अम्बिकापुर जोन की महिला बाल विकास अधिकारी लता टिकस ने मंच से भाषण देते हुए धरना प्रदर्शन को जायज बताया.
महिला अधिकारी को जारी किया गया नोटिस
इस मामले का महिला बाल विकास अधिकारी बसंत मिंज ने संज्ञान लिया है और सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर 3 दिनों में जवाब प्रस्तुत करने को कहा है. उन्होंने कहा कि अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो उच्च अधिकारियों को इस बात से अवगत कराकर कार्रवाई की जाएगी.
संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर करेंगे कार्रवाई
सरगुजा जिले के महिला बाल विकास अधिकारी बसंत मिंज ने कहा कि सुपरवाइजर लता टिकस आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के पास आंगनबाड़ी केंद की चाबी लेने गई थीं ताकि आंगनबाड़ी से पंजी लेकर बच्चों को पोषण आहार का वितरण कर सकें, लेकिन वीडियो देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वो भवावेश में मंच पर चली गईं और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पक्ष में बयान दिया. उनके खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. बसंत मिंज ने आगे कहा कि सुपरवाइजर ने सिविल सेवा आचरण अधिनियम का उल्लंघन किया है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. हमने उनसे उनका पक्ष चाहा है, अगर संतोषप्रद जवाब नहीं आया तो उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए भेजेंगे.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh: बस्तर में बहुभाषीय नाट्य परब का मंच तैयार, अलग-अलग राज्यों के कलाकार बिखेरेंगे कला के रंग