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Omicron in Chhattisgarh: कोरोना के तीसरी लहर के बीच जानिए ऑक्सीजन को लेकर कितना तैयार है बस्तर
बस्तर में भी स्वास्थ विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है, दूसरी लहर में ऑक्सीजन की भारी कमी देखी गई थी. जिसके बाद इस बार पूरी तैयारी की जा रही है.
Omicron in Chhattisgarh: प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक के साथ ही अब तीसरी लहर का खतरा शुरू हो चुका है, दूसरी लहर की तरह यह लहर लोगों के लिए भयानक ना हो इसको लेकर छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी स्वास्थ विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है, दूसरी लहर में जहां लोगों को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन कई जगह कम पड़ गया था उसी को लेकर इस बार बस्तर संभाग के सबसे बड़े डिमरापाल मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में लगभग पौने दो करोड़ रुपए की लागत से सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम प्लांट का निर्माण किया गया है. इस प्लांट में हर दिन लगभग 175 सिलेंडर ऑक्सीजन का निर्माण किया जा सकेगा, इस प्लांट में प्राकृतिक हवा से ऑक्सीजन का निर्माण किया जाएगा जो सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम के जरिए मरीजों तक पहुंचाया जाएगा.
सेंट्रल ऑक्सीजन में 175 सिलेंडर ऑक्सीजन निर्माण
डिमरापाल अस्पताल अधीक्षक टीकू सिन्हा से मिली जानकारी के मुताबिक संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में सेंट्रल ऑक्सीजन सिस्टम शुरू होने के साथ ही इस प्लांट के माध्यम से हर दिन 175 सिलेंडर ऑक्सीजन निर्माण करने की क्षमता है, साथ ही वैकल्पिक तौर पर 300 से अधिक बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी अस्पताल में की गई है. यही नहीं शहर से लगे कुरंदी ग्राम में ऑक्सीजन प्लांट भी तैयार कर लिया गया है, अस्पताल अधीक्षक का दावा है कि कोविड और इसके अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को ऑक्सीजन की कमी होने नहीं दी जाएगी. ओमीक्रॉन के खतरे को भांपते हुए ऑक्सीजन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त व्यवस्था है और सेंट्रल ऑक्सीजन का लाभ भी मरीजों को मिल रहा है. अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि कोविड वार्ड में कुल 200 बेड की क्षमता है लेकिन आने वाले दिनों में कोरोना के खतरे को देखते हुए बेडों की संख्या और बढ़ाई जाएगी, फिलहाल डिमरापाल अस्पताल के साथ ही शहर के अन्य पांच जगहों पर कोविड वार्ड सुविधा है ,साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर भी स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त संख्या में है.
300 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध
इधर कोरोना के दूसरी लहर में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर पूरे देश भर में हाहाकार मचा हुआ था, वहीं बस्तर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज मिलने के बावजूद ऑक्सीजन की कमी महसूस नहीं हुई, लेकिन जिस तरह से देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का प्रकोप तेजी से बढ़ने की वजह से बस्तर के डीमरापाल अस्पताल और अन्य कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर व्यवस्था पहले से ही दुरुस्त कर लेने की बात कही जा रही है.
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