Janjgir-Champa News: मानसून के केरल के तट से टकराने की खबर के साथ ही किसान अब खरीफ की फसल की बुवाई की तैयारी में जुट गए हैं. साथ ही किसान सोसाइटियों का चक्कर लगा खाद एकत्र करने के साथ केसीसी लोन व अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं. एक-डेढ़ सप्ताह में मानसून के आने की संभावना है, किसानों को मानसून आने से पहले ही खरीफ फसल के लिए खेतों को तैयार करना होता है, लेकिन इस बार मौसम में खराबी के चलते धान की कटाई देरी से हुई है, जिसके कारण किसानों के पास खेत को तैयार करने का समय नहीं है. वहीं कुछ दिनों के अंतराल में हो रही बारिश से खेत सूख भी नहीं पा रहे हैं.
मानसून से पहले ही खेत तैयार कर लेते थे किसान
खरीफ फसल की तैयारी किसान मानसून के महीने भर पहले से करते हैं. खेत बराबर करने के साथ गोबर खाद डालने का काम मानसून आने के पहले कर लिया जाता है और पहली बारिश के बाद से किसान खेतों की जुताई प्रारंभ कर देते हैं. वहीं अब ज्यादातर किसान साल में दो बार फसल लेते हैं जिसके चलते किसानों को फसल से पहले खेत तैयार करने का पर्याप्त समय नहीं मिलता, जिससे खेत की उर्वरकता पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है.
बारिश के कारण फसल बुवाई में हो सकती है देरी
इस साल मौसम बार-बार खराब हो रहा है, जिसके कारण बारिश हो रही है. बारिश से खेत की जमीन भीग रही है जिसके चलते किसानों को धान की फसल को काटने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आम तौर पर इस समय तक धान की कटाई हो जाती है, लेकिन बारिश की वजह से इस बार धान की कटाई लेट हो गई है. किसानों का कहना है कि जमीन सूख नहीं पा रही है जिसके कारण खेतों की मरम्मत, जुताई, खाद डालने का कार्य नहीं हो पा रहा है, इसके कारण खरीफ फसल की बुवाई में देरी होने की संभावना है.
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