छत्तीसगढ़ में आज से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान खरीदी शुरू हो गई है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार धान खरीदी व्यवस्था के सुचारू और पारदर्शी रूप से संचालन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं. नोडल अधिकारी रोजाना धान खरीदी और अन्य व्यवस्था व समस्याओं से संबंधित स्थितियों की मॉनिटरिंग करेंगे. पड़ोसी राज्य का धान छत्तीसगढ़ में ना बिके, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.


22.66 लाख किसान पंजीकृत
राज्य में इस बार 22.66 लाख किसानों ने पंजीकृत कराया है. राज्य सरकार ने 105 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का अनुमान जताया है. पंजीकृत किसानों से 2399 सहकारी समितियों के माध्यम से धान उपार्जित किया जा रहा है. किसानों-ग्रामीणों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन द्वारा 88 नवीन धान उपार्जन केंद्रों को प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई है. राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने स्वयं भी रायपुर जिले के जरोदा और बंगोली उपार्जन केंद्र पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने धान विक्रय के लिए आए किसानों का फूल-मालाओं से स्वागत किया. पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने खुद धान तौल कर धान-खरीदी की शुरूआत की.


खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए औसत अच्छी किस्म के धान के लिए समर्थन मूल्य की दर, धान कॉमन 1940 रुपये प्रति क्विंटल, धान ग्रेड ए 1960 रुपये प्रति क्विंटल और औसत अच्छी किस्म के मक्का का समर्थन मूल्य 1870 रुपये प्रति क्विंटल की दर निर्धारित है.


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