Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की अंतिम तारीख नजदीक है. 2 दिन बाद समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदने का अभियान बंद कर दिया जाएगा. जिन किसानों ने अबतक धान नहीं बेचा है. उनके लिए अब 31 जनवरी तक का समय है. इसके बाद किसान सरकारी एमएसपी पर धान नहीं बेच पाएंगे. हालाकि राज्य सरकार इस साल के अपने धान खरीदी के टारगेट के करीब पहुंच चुकी है. लगभग 3 महीनों में राज्य सरकार (State government) ने लगभग 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीददारी कर ली है.


2 दिन में 1 लाख से अधिक किसान कैसे बेचेंगे धान?
दरअसल 2022-23 खरीफ सीजन में धान खरीदी 1 नवंबर से शुरू हुई थी. इसके लिए राज्य के 24 लाख 98 हजार किसानों ने पंजीयन (Registration) करवाया था. लेकिन अबतक 23 लाख 35 हजार किसानों ने धान बेच लिया है. यानी अभी 1 लाख 32 हजार किसान अपना धान नहीं बेच पाए है. अब इनके लिए 30 और 31 जनवरी का समय बचा है. जिसमें धान की बिक्री की जा सकती है. अगर नहीं बेच पाए तो सरकार अपने 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी के लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएगी. इसके अलावा एक लाख से अधिक किसानों को नुकसान होगा.


21 हजार 937 करोड़ रूपए का हुआ भुगतान
छत्तीसगढ़ खाद्य विभाग से 27 जनवरी तक मिली जानकारी के अनुसार 1 नवम्बर 2022 से शुरू हुई धान खरीदी के महाभियान में अब तक लगभग 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. 23.35 लाख किसानों ने धान विक्रय किया है. इसके एवज में किसानों को 21 हजार 937 करोड़ रूपए का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है. धान खरीदी का यह अभियान अभी 31 जनवरी 2023 तक जारी रहेगा. वहीं खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 27 जनवरी को 8 हजार से अधिक किसानों से 32 हजार टन से अधिक और ऑनलाइन (Online) प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 2 हजार टन से अधिक धान की खरीदी हुई है.


110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य
इस साल राज्य में 24.98 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.32 लाख नए किसान शामिल हैं. किसानों को धान विक्रय में आसान बनाने के लिए इस साल राज्य में 135 नए उपार्जन केन्द्र शुरू किए गए,  जिससे राज्य में धान खरीदी के लिए 2617 उपार्जन केन्द्र हो गए हैं. सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी जा रही है. वहीं आपको बता दें कि राज्य सरकार इस साल प्रदेश के पंजीकृत किसानों से लगभग 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. 


धान खरीदी में छत्तीसगढ़ बना रहा रिकॉर्ड 
छत्तीसगढ़ में किसानों को धान का मूल्य देश में सबसे ज्यादा मिलता है. केंद्र सरकार की तरफ से तय एमएसपी (MSP) के अनुसार किसानों को पेमेंट किया जाता है. इसके बाद किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत राज्य के किसानों को प्रति एकड़ 9 हजार रुपए का सब्सिडी 4 किस्तों में दी जाती है. इससे किसानों को धान का प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य 2500 रुपए से अधिक हो जाता है. इस लिए राज्य ने लगातार धान के किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है और धान का रकबा भी बढ़ रहा है.


यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ी गाने ने RRR फिल्म के सॉन्ग नाटू - नाटू को पीछे छोड़ा! सिंगर ने बताई गाने के सुपरहिट होने के पीछे की कहानी