Pangolin Found In Balod: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बालोद जिला के एक गांव में दुर्लभ प्रजाति का पैंगोलिन मिलने से कौतूहल का विषय बन गया है. ग्रामीणों के बीच इस दुर्लभ प्रजाति को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग (Forest Department) टीम ने पैंगोलिन को रेस्क्यू कर लिया है. मामला बालोद जिले के पर्रेगुड़ा गांव का है, जहां दुर्लभ प्रजाति के जानवर पैंगोलिन दिखने से अफरातफरी मच गई. इसकी सूचना तत्काल ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को दी. वन विभाग की टीम ने उसे रेस्क्यू किया.
ग्रामीणों ने बताया कि पुराने समय में इस जानवर को खपरी के नाम से भी जाना जाता था. सांप और छिपकली की तरह दिखने वाला ये जीव स्तनधारी जीवों की श्रेणी में आता है. पैंगोलिन के मिलने के बाद कुछ ही समय में उसे देखने के लिए सैकड़ों की तादाद में वहां पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार वन क्षेत्र से भटक कर यह पैंगोलिन गांव में पहुंचा और एक किसान के बाड़ी में घुस गया था, जिसे ईंट भट्टी में काम करने वाले लोगों ने देखा और इसकी सूचना ग्रामीणों की को दी गई. साथ ही वन विभाग को भी दी इसकी सूचना दी गई.
छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में होती पैंगोलिन की तस्करी
लोगों के लिए यह एक अचरज भरा अनुभव था. कुछ लोग इसे देखकर डर भी गए थे. इस जानवर ने किसी भी इंसान को हानि नहीं पहुंचाया बल्कि वह अपनी धुन में इधर-उधर भटकता रहा. बता दें कि पैंगोलिन एक स्तनधारी जानवर है और इसकी तस्करी भी छत्तीसगढ़ में भारी मात्रा में होती है. यह एक दुर्लभ जानवर है. कोंडागांव से लेकर धमतरी और महासमुंद से ही जशपुर के जंगलों में यह कभी-कभी देखने को मिलता है. कई बार इसकी तस्करी करते लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. इसके खाल से लेकर 11 सामग्रियां अन्य राज्यों और विदेशों में भी तस्करी की जाती है, इसलिए इनका संरक्षण बेहद जरूरी है.
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