Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के भिलाई (Bhilai) में रहने वाले के खिलाड़ी श्रीमंत झा (Shrimant Jha) ने भारत का नाम रोशन किया है. श्रीमंत झा ने कजाकिस्तान में हो रहे वर्ल्ड पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप (Arm Wrestling Championship)  में ब्रॉन्ज मेडल जीता है. श्रीमंत झा ने कजाकिस्तान की निकिता चेबाकोव, जॉर्जिया की रति अराबुली को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है. श्रीमंत झा ने अपने जीते हुए ब्रॉन्ज मेडल को चंद्रयान 3 (Chandrayaan-3) के वैज्ञानिकों को समर्पित किया है.


भारत के श्रीमंत झा ने अब वर्ल्ड चैंपियनशिप को भी अपने नाम कर लिया है. उन्होंने पैरा आर्म रेसलिंग में वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता. पीआईयूएच वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए श्रीमंत झा कजाकिस्तान की निकिता चेबाकोव, जॉर्जिया की रति अराबुली को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता है. यह आयोजन कजाकिस्तान में 24 अगस्त से 2 सितंबर के बीच आयोजित किया गया है. उन्होंने अपने माता-पिता, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और जिंदल स्टील एंड पावर के अध्यक्ष नवीन जिंदल का आभार जताया है.


श्रीमंत झा ने कहा- यह जीत एक विशेष जीत है
श्रीमंत ने कहा कि पीपुल्स आर्म रेसलिंग फेडरेशन इंडिया की अध्यक्ष प्रीति झंगियानी और महासचिव लक्ष्मण सिंह भंडारी और चेयरमैन जी सुरेश बेब को धन्यवाद देना चाहता हूं. मेरे कोच और फिटनेस कोच ऋषभ जैन और राजू साहू ने दो महीने पहले छत्तीसगढ़ में जो काम किया, उससे मुझे यह पदक पाने में मदद मिली. श्रीमंत झा ने कहा कि मेरे लिए यह एक विशेष जीत है क्योंकि 3 साल के टूर्नामेंट के अंतराल के बाद यह विश्व चैंपियनशिप में मेरी पहली जीत है.


वर्ल्ड के तीसरे नंबर के पैरा आर्म रेसलर बने श्रीमंत झा
श्रीमंत झा ने कहा, 'वास्तव में कड़ी मेहनत की है और यह एक महत्वपूर्ण कदम है. अब मेरा ध्यान आगामी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट पर है. मैं आज जो हासिल किया उसे दोहराना चाहूंगा. मैं जन्म से दिव्यांग हूं लेकिन फिर भी अपने देश के लिए पदक जीत रहा हूं.' श्रीमंत अब वर्ल्ड नंबर 3 और एशिया नंबर 1 पैरा-आर्म रेसलर बन गए हैं.


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