Sukma Crime News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा (Sukma) में जिला उद्योग विभाग में सहायक संचालक के पद पर तैनात गिरीश चंद्र बेलसरिया (Girish Chandra Belsariya) की मौत को लेकर संदेह जताते हुए मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मृतक के हाथ और घुटने में चोट के निशान हैं और मौके पर कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है. साथ ही घुटनों के बल पर फंदे से लटकते लाश बरामद की गई है. ऐसे में परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर इसकी न्यायिक जांच करने की मांग बस्तर के आईजी और सुकमा डीएम से की है.

 

साथ ही बस्तर के हल्बा समाज ने भी अधिकारी के मौत पर संदेह जताते हुए मामले की पूरी तरह से निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. दरअसल बीते 20 मई को जिला उद्योग विभाग के सहायक संचालक गिरीश चंद्र बेलसरिया का शव को उनका सरकारी क्वार्टर से पुलिस ने संदेहास्पद स्थिति में बरामद किया था. प्रारंभिक जांच में पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है. वहीं परिजनों ने गिरीश चंद्र बेलसरिया की हत्या करने की आशंका जताई है. परिजनों का कहना है कि मृतक के शरीर में चोट के निशान हैं और उसकी मानसिक स्थिति भी पूरी तरह से ठीक थी. एक दिन पहले ही परिजनों से फोन पर बात हुई थी और सब कुछ सामान्य था.

 

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

 

परिजनों ने सुकमा जिले के रहने वाले हेमू मंडावी पर हत्या करने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि हेमु मंडावी ने मृतक की मां से फोन पर उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी. साथ ही उनके बेटे के साथ हेमु मंडावी का विवाद भी हुआ था. ऐसे में परिजनों ने हेमू मंडावी पर हत्या करने का आरोप लगाया है और पुलिस से 7 बिन्दुओं पर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. इधर हल्बा समाज ने भी परिजनों के समर्थन में बस्तर के आईजी और सुकमा के कलेक्टर के साथ-साथ पुलिस के तमाम अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है.

 

हल्बा समाज ने दिया 15 दिनों का समय

 

साथ ही 15 दिनों के भीतर निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई नहीं होने पर हल्बा समाज ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है. पुलिस ने मृतक के कमरे में कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं किया है. प्रारंभिक जांच में पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है और अब आवेदन मिलने पर जांच की बात कह रही है. परिजनों का आरोप है कि गिरीश की मौत हुए लगभग 20 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पुलिस ने इस मामले पर दूसरे एंगल से जांच शुरू नही की है. फिलहाल सुकमा के थाना प्रभारी ने मामले की जांच करने की बात कही है.

 

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