Bastar News: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए केशकाल नगर पंचायत के 4 कांग्रेसी पार्षदों को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इन पार्षदों के द्वारा केशकाल नगर पंचायत चुनाव में लाये गये अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ वोट किया गया था.


निष्कासित पार्षदों में ये नाम शामिल
पीसीसी प्रभारी महामंत्री रवि घोष ने इन चारों पार्षदों के निष्कासन का आदेश जारी किया. कांग्रेस से निष्कासित पार्षदों में पंकज नाग, देवश्री वेदव्यास, शबनम बानो और सगीर खान शामिल हैं. हालांकि अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद सोमवार को हुए फ्लोर टेस्ट में आखिरकार कांग्रेस के अध्यक्ष रोशन जमीर खान की कुर्सी बच गई है. अध्यक्ष के पक्ष में 10 पार्षदों ने मतदान किया, लेकिन 4 कांग्रेसी पार्षदों को अध्यक्ष के खिलाफ वोट करने से उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.


फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस को मिला बहुमत
जानकारी के मुताबिक सोमवार को केशकाल नगर पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए फ्लोर टेस्ट  हुआ, जिसमें कांग्रेसी पार्षदों की बहुमत ज्यादा थी, लेकिन कुछ कांग्रेसी पार्षदों के द्वारा अपने कांग्रेस के ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिससे नगर पंचायत में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ था. इसके बाद नगर पंचायत अध्यक्ष रोशन जमीर खान और उपाध्यक्ष बिहारीलाल सोरी ने इस अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पांच बिंदुओं में शिकायत की थी, जिस पर न्यायालय ने कोंडागांव जिले के कलेक्टर को सभी बिंदुओं की जांच के निर्देश दिए थे और जांच के बाद सोमवार को फ्लोर टेस्ट में वर्तमान अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों की कुर्सी बच गई.


कांग्रेस-बीजेपी ने लगाया एक-दूसरे पर आरोप
हालांकि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, कांग्रेस का कहना था कि यह बीजेपी का षड्यंत्र है और पार्षदों को दिग्भ्रमित कर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया जिसमें भाजपाई कामयाब नहीं हो पाए. वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि साढ़े 3 साल का कार्यकाल बीत जाने के बाद भी नगर पंचायत के वार्डों में किसी तरह का विकास कार्य नहीं हुआ और कांग्रेसी पार्षदों को भरोसे में नहीं लेकर चलने के कारण ही पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया जिसका बीजेपी पार्षदों ने समर्थन किया, हालांकि फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस अपने पार्षदों को पुनः अपने पाले में लेकर अविश्वास प्रस्ताव निरस्त करने में सफल हो गए, जिससे वर्तमान अध्यक्ष रोशन जमीर खान और उपाध्यक्ष बिहारीलाल सोरी की कुर्सी जाते जाते बच गई.


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