आदिवासी समाज ने पीडिया में एनकाउंटर पर उठाए सवाल, 28 मई को बस्तर संभाग बंद का ऐलान
Pedia Naxalite Encounter: बीजापुर जिले में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि यह फर्जी मुठभेड़ थी. इसमें 10 गांव के निर्दोष ग्रामीण मारे गए थे.
Bastar Division Bandh By Tribal Group: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बीते 10 मई को पीडिया के जंगलों में हुए पुलिस -नक्सली मुठभेड़ को लेकर कांग्रेस के बाद अब सर्व आदिवासी समाज ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इसे फर्जी मुठभेड़ बताया है.
दरअसल कुछ दिन पहले ही सर्व आदिवासी समाज के 58 सदस्यीय टीम मुठभेड़ स्थल पीडिया गांव पहुंची थी और यहां मारे गए कथित नक्सलियों के परिजनों से मुलाकात करने के साथ पीडिया गांव के स्थानीय ग्रामणों से भी घटना की पूरी जानकारी ली थी, सर्व आदिवासी समाज ने अपनी जांच में पाया कि इस मुठभेड़ में मारे गए 12 कथित नक्सलियों में 10 गांव के निर्दोष ग्रामीण है, जो तेंदूपत्ता तोड़ने के बाद जमा करने गए हुए थे.
इसी दौरान जवानों ने चारों तरफ से घेर कर इन ग्रामीणों को नक्सली बताकर मार डाला, इस मुठभेड़ को सर्व आदिवासी समाज ने फर्जी मुठभेड़ बताते हुए आगामी 28 मई को बस्तर संभाग बंद का ऐलान किया है, साथ ही 7 जून से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की बात कही है.
7 जून से करेगा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन
सर्व आदिवासी समाज के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने बताया कि बस्तर में फर्जी मुठभेड़ की घटना बढ़ती ही जा रही है, निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों को नक्सली बताकर जवानों के द्वारा उन्हें गोली मारा जा रहा है, पीडिया के जंगलों में भी 10 मई को हुई मुठभेड़ में जवानों ने निर्दोष ग्रामीणों की हत्या कर दी है, ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे इन्हें नदी किनारे चारों ओर से घेरकर जवानों ने मारा वे बचने के लिए एक बेल के पेड़ पर चढ़ गए थे, जिन्हें चिड़िया के जैसे मारा गया है, एक लाश पेड़ पर लटकी रही.
मारे जा रहे हैं निर्दोष आदिवासी ग्रामीण
पुलिस फोर्स ने बाद में सभी के चेहरे चाकू से गोद दिए, सर्व आदिवासी समाज की जांच दल ने अपनी जांच में पाया कि मारे गए लोग नक्सली नहीं बल्कि वहां के स्थानीय ग्रामीण है, इस घटना को लेकर सर्व आदिवासी समाज में काफी आक्रोश है, पुलिस के जवानों और नक्सलियों के बीच चल रहे पिछले चार दशक से लड़ाई में गांव के निर्दोष आदिवासी ग्रामीण मारे जा रहे हैं, दोनों तरफ से पिछले 40 सालों में सैकड़ो की संख्या में आदिवासी ग्रामीणों की जान चली गई है, लेकिन अब सर्व आदिवासी समाज चुप नहीं बैठने वाला है.
28 मई को बंद किया जाएगा बस्तर संभाग
प्रकाश ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार के आदिवासियों को खत्म करने की यह बड़ी साजिश है, सरकार नहीं चाहती कि आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन का हक मिले इस वजह से आदिवासियों को नक्सली के नाम पर फर्जी मुठभेड़ बताकर मार रही है, प्रकाश ठाकुर ने कहा कि समाज के द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में 24 मई को सभी जिला कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपा जाएगा और 28 मई को बस्तर संभाग बंद किया जाएगा, इसके अलावा 7 जून से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा.
गृहमंत्री ने कहा मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सली है
हालांकि इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने हाल ही में बयान दिया है, गृहमंत्री ने कहा कि बीजापुर जिले के पीडिया के जंगलों में हुई मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सली हैं, बकायदा इन नक्सलियों के खिलाफ जिले के अलग-अलग थाना में पुराने रिकॉर्ड में कई एफआईआर दर्ज हैं, ऐसे में इसे फर्जी मुठभेड़ नहीं कहा जा सकता है.
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