Chhattisgarh Bus Fare Hike News: छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर (Raipur) से प्रदेशभर में चलने वाली प्राइवेट बसों की संख्या 12 हजार के आसपास है. इन बसों में सुविधा के अनुसार बस का किराया लगता है. एसी स्लीपर और नॉन-एसी बसों का अलग-अलग किराया है. राज्य में 1 रुपए 25 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से बस का किराया बनता है, लेकिन ये सामान्य बस का किराया है. एसी, स्लीपर और वॉल्वो बस का किराया 1 रुपए 80 पैसे तक हो जाता है. यानी रायपुर से अंबिकापुर जाना है तो 550 रुपए एसी सीट का किराया है और स्लीपर में 600 रुपए का किराया देकर बस में यात्री सफर कर सकते हैं.


पहले कितना लगता था


बता दें कि 2021 में पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने के बाद छत्तीसगढ़ के बस ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल किया था. उन्होंने 40 फीसदी बस किराया बढ़ाने की सरकार के परिवहन विभाग से मांग की थी, लेकिन कैबिनेट ने 25 फीसदी किराया बढ़ाने की अनुमति दी. इसके बाद राज्य में बस ऑपरेटर यात्रियों से प्रति किलोमीटर के हिसाब से 1 रुपए 25 पैसा किराया ले रहे हैं. इसके चलते पहले जो सफर रायपुर से सारंगढ़ का 230 रुपए में सफर हो जाता था अब ये 280 रुपए हो गया. इसके अलावा इसी रूट पर एसी बसों का किराया 320 रुपए के आस-पास हो गया.


कितना महंगा हुआ किराया


रायपुर के बस यात्री जयंत राय ने बताया कि रायपुर से जगदलपुर का टिकट पहले 500 रुपए में मिल जाता था, लेकिन अब रायपुर से जगदलपुर के 550 रुपए लगता है. स्लीपर में जाएंगे तो 600 रुपए का टिकट बनता है. अब सफर करना पहले से काफी महंगा हो गया है. गौरतलब है कि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से बस ट्रांसपोर्ट बिसनेस में लागत बढ़ा है, इसलिए बस ट्रांसपोर्टर किराया बढ़ाने की मांग कर रहे थे. इसलिए पिछले साल बस का किराया बढ़ाया गया. अब छत्तीसगढ़ में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के यात्रियों को सफर के लिए पहले से ज्यादा किराया देना पड़ रहा है, इससे यात्री परेशान हैं. 


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