Chhattisgarh News: पीएम मोदी की सभा के दिन सर्व आदिवासी समाज ने किया बस्तर बंद, NMDC स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध
Chhattisgarh: एनएमडीसी स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने 3 अक्टूबर को बस्तर बंद का आह्वान किया है. इसी दिन पीएम मोदी भी चुनावी सभा के लिए बस्तर पहुंच रहे हैं.
Bastar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तीन अक्टूबर को जगदलपुर शहर के ऐतिहासिक लालबाग मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करने वाले हैं. प्रधानमंत्री के प्रवास को लेकर बीजेपी (BJP) ने जोर शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं. इतना ही नहीं प्रदेश बीजेपी इस सभा में लाखों लोगों की भीड़ जुटाने का दावा भी कर रही है. वहीं दूसरी तरफ बस्तर (Bastar) जिले के नगरनार में एनएमडीसी (NMDC) स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध करते हुए सर्व आदिवासी समाज (Sarv Adivasi Samaj) ने तीन अक्टूबर को ही बस्तर बंद का आह्वान किया है. इस बंद को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है. पीएम के बस्तर प्रवास के दिन ही सर्व आदिवासी समाज के द्वारा बुलाए गए बंद को लेकर बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस पर राजनीतिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है.
बीजेपी के पदाधिकारियों का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर प्रधानमंत्री के प्रवास के दिन इस तरह के राजनीतिक षड्यंत्र रच रही है, ताकि पीएम की सभा को प्रभावित किया जा सके, लेकिन ऐसा बिल्कुल होने नहीं दिया जाएगा. प्रधानमंत्री के बस्तर प्रवास को लेकर यहां की जनता काफी उत्साहित है. इस सभा में लाखों की भीड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए जुटेगी. पदाधिकारियों ने कहा कि कांग्रेस के नेता अपने इस चाल में कामयाब नहीं हो पाएंगे. वहीं सर्व आदिवासी समाज के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने कहा कि बस्तर जिले के नगरनार में एनएमडीसी स्टील प्लांट पूरी तरह से बनकर तैयार है.
सर्व आदिवासी समाज ने बुलाया बस्तर बंद
उन्होंने कहा कि इस प्लांट के बनने से बस्तरवासियो को उम्मीद थी कि इससे यहां के स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा और सरकार ही इस प्लांट का संचालन करेगी, लेकिन इस प्लांट को निजी हाथों में सौपा जा रहा है. साथ ही लंबे समय से एनएमडीसी के मुख्यालय को बस्तर में खोलने की मांग की जा रही है, लेकिन उस मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं लंबे समय से जातिगत जनगणना करवाने की भी मांग की जा रही है, लेकिन उस पर भी भारत सरकार के द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इसके चलते सर्व आदिवासी समाज ने दो अक्टूबर को शहर में विशाल रैली निकालकर आमसभा करने की रूपरेखा तैयार कर ली है. साथ ही तीन अक्टूबर को बस्तर संभाग के सातों जिलों में बंद का आह्वान किया है.
बंद को है कांग्रेस का समर्थन
इधर सर्व आदिवासी समाज के द्वारा बुलाए गए बंद का कांग्रेस ने भी समर्थन किया है. प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा का कहना है कि कांग्रेस सरकार भी लगातार एनएमडीसी स्टील प्लांट के निजीकरण का विरोध करती आ रही है. उद्योग मंत्री होने के नाते उन्होंने भी विधानसभा सत्र में नगरनार में स्थित इस स्टील प्लांट को छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा संचालित करने के लिए बिल पास करवा कर भारत सरकार को भेजा था, लेकिन इस पर भारत सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया. अब जब प्लांट पूरी तरह से बनकर तैयार है, तो प्रधानमंत्री इसका लोकार्पण करने तीन अक्टूबर को बस्तर पहुंच रहे हैं. साथ ही वो इस प्लांट को निजी हाथों में भी सौपने की तैयारी कर रहे हैं, जिसका कांग्रेस भी पुरजोर विरोध करती है. इसलिए सर्व आदिवासी समाज के द्वारा बुलाए गए बंद को कांग्रेस पूरी तरह से समर्थन दे रही है.
वहीं बीजेपी जिला अध्यक्ष रूप सिंह मंडावी ने इस बंद को कांग्रेस का समर्थन मिलने पर इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया है. रूप सिंह मंडावी का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री बस्तर पहुंच रहे हैं और उनको सुनने के लिए बस्तर की जनता काफी उत्सुक है. ऐसे में इस बंद को बुलाना और कांग्रेस का इसको समर्थन देना पूरी तरह से राजनीतिक षड्यंत्र है. बस्तर का आदिवासी समाज प्रधानमंत्री को सुनना चाहता है. ऐसे में सर्व आदिवासी समाज ने बिना समाज के लोगों से बैठक किए और अनुमति लिए इस बंद को बुलाया है. उन्होंने कहा कि इस बंद से किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है और प्रधानमंत्री की इस सभा में लाखों की भीड़ उनको सुनने पहुंचने वाली है, जिसकी तैयारी में बीजेपी लगी हुई है.