Chhattisgarh News: मणिपुर (Manipur) में जारी हिंसा और वहां महिलाओं के यौन उत्पीड़न का वीडियो वायरल होने के बाद से विपक्षी पार्टियां केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमलावर हैं. विपक्षी पार्टियां पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से इस मुद्दे पर संसद में बयान देने की मांग कर रही है. यहां तक कि इसको लेकर अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) तक लाया गया है जिसकी मंजूरी सदन से मिल गई है. वहीं, इस बीच कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि पीएम को हठधर्मिता छोड़कर सदन में बयान देना चाहिए.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ''आज 20 सांसद मणिपुर रवाना हुए हैं. लोकसभा और राज्यसभा अभी भी बाधित है. प्रधानमंत्री को हठधर्मिता नहीं करना चाहिए, वह हठधर्मिता छोड़ें और दोनों सदन में आकर बयान दें.'' विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर है. सांसदों की यह टीम जमीनी हकीकत का आकलन करेगी. इन सांसदों ने मणिपुर में राहत शिवर का दौरा किया है. बता दें कि कांग्रेस भी इस इंडिया गठबंधन का हिस्सा है.
मणिपुर मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध
मणिपुर मामले में पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में गतिरोध जारी है. वहीं माना जा रहा है कि 31 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव की तारीख की घोषणा हो सकती है. विपक्ष जहां पीएम मोदी से बयान की मांग कर रहा है तो सत्ता पक्ष का कहना है कि वह तो चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष ही इससे भाग रहा है. मणिपुर में मई से ही हिंसा जारी है. इस मुद्दे से सदन में गतिरोध तब बढ़ा जब महिलाओं के साथ यौन हिंसा करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वहीं, पीएम मोदी ने संसद के मानसून सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए इस घटना पर दुख जाहिर किया था.