अंबिकापुर में  पुलिस सहायता केंद्र के लिए बनाई गई एक इमारत खंडहर में तब्दील हो रही है. इस इमारत में आज शराबियों और असामाजिक तत्वों ने अपना अड्डा बना लिया है. इस इमारत को पुलिस सहायता केंद्र के लिए बनाया गया था, लेकिन ना केंद्र चालू हुआ और ना ही भवन का उपयोग हो सका. इमारत पर लगे लाखों रुपये भी बर्बाद हो गए. केनाबांध इलाके में स्थित पुलिस सहायता केंद्र के लिए भवन का निर्माण दो साल पहले पूरा हो चुका था. आज इस भवन के आस-पास और अंदर बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग गई है. 


दरअसल शहर के बौरीपारा इलाके के आगे केनाबांध और अन्य कई बस्तियों मे आबादी काफी बढ़ती जा रही है. इस क्षेत्र की मांग को देखते हुए यहां पर पुलिस सहायता केंद्र बनाने की योजना बनी थी. जिसको लेकर यहां पर भवन का भी निर्माण कर लिया गया था, लेकिन पुलिस विभाग की कुछ अंदरूनी समस्याओं के कारण इस इलाके में सहायता केंद्र संचालित नहीं हो सका. पुलिस सहायता केंद्र के लिए बना भवन अनुपयोगी साबित होने लगा है.


क्या बोले अधिकारी?
इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने कहा कि जनता की सहायता के लिए एक चौकी खोली गई थी. हम लोगों को ये समझ मे आया कि पेट्रोलिंग पार्टी को अगर ज्यादा बढ़ा दिया जाता है तो लोगों को सहायता केंद्र की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. अगर हमे जरुरत समझ मे आएगी तो हम बौरीपारा केनापारा में भी सहायता केंद्र खोल देंगे.


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