Fake ED officer arrested: छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) की दुर्ग पुलिस(Durg Police) ने फर्जी ईडी( Fake ED) का अधिकारी बनकर 27 जून को हुए दो करोड़ रुपए की ठगी का मामला को सुलझा लिया है. इस मामले में दुर्ग पुलिस ने एक महिला सहित कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार(Arrested) किया है. सभी आरोपी महाराष्ट्र(Maharashtra) और यूपी( Uttar Pradesh) के रहने वाले है. जिन्होंने दुर्ग शहर के एक राइस मिलर व्यापारी को ईडी का फर्जी अधिकारी बताकर उससे दो करोड़ रुपयों की ठगी की थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी के 1 करोड़ 43 लाख रुपए भी बरामद किया है. साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से ईडी और सीबीआई के फर्जी आई कार्ड भी बरामद किया है.
ईडी का अधिकारी बता कर 2 करोड़ रुपए नगदी ले उड़े थे आरोपी
दुर्ग पुलिस की शिकंजे में आए ये सभी वही आरोपी है जिन्होंने दुर्ग के राईस मिलर नवीन गुप्ता के साथ फर्जी ईडी का अधिकारी बनकर दो करोड़ रुपयों की ठगी किये थे. मुख्य रूप महाराष्ट्र के रहने वाले ये आरोपी 27 जून की शाम काले रंग की एक स्कार्पियो में सवार होकर व्यापारी के ऑफिस पहुंचे थे. इसके बाद ऑफिस को अंदर से बंद करके अपने आप को ईडी का अधिकारी बताकर धमकाते रहे. सिर्फ इतना ही नहीं उसके ऑफिस में तलाशी लेते रहे. इसी बीच पांच थैलो में रखे नगदी दो करोड़ रुपयों के साथ पीड़ित नवीन गुप्ता को भी अपने साथ ले गए.
सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
लेकिन बाद में उसे राजनांदगांव और दुर्ग की सीमा पर उतार दिया. इसके बाद जब पीड़ित नवीन गुप्ता ने मोहन नगर थाने में पूरी कहानी को पुलिस के समक्ष बताया. तब दुर्ग पुलिस के बड़े अधिकारी भी हरकत में आए. और फौरन सीसीटीवी फुटेज की तलाशी ली गई. आरोपियों के हुलिया के आधार पर महाराष्ट्र की तरफ पुलिस की टीमों को भेजा गया. और इस मामले में आरोपियों की धर पकड़ शुरू की गई. इस मामले में पुलिस ने एक महिला सहित कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और इनके लास से ठगी के 1 करोड़ 43 लाख रुपयों को बरामद कर अन्य रकम की भी रिकवरी के प्रयास में लगी है.
प्राथी का पहचान वाला ही निकला मास्टर माइंड
दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा ने इस मामले का खुलासा करते हुऐ बताया है कि आरोपियों में शामिल एक आरोपी की पहले से ही प्रार्थी की जान पहचान थी. और उसी ने एक कंपनी में निवेश के लिए दो करोड़ रुपयों का लालच उसे दिया था. पीड़ित के पास जब रकम तैयार हो चुका था. तो उसने अपने साथियों को इसकी सूचना दी. जिसके बाद घटना से पहले ही सभी एक दिन पहले ही दुर्ग आ चुके थे. इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया. इस मामले में आरोपियों ने खुद को ईडी का अधिकारी बता कर प्रार्थी नवीन गुप्ता के ऑफिस में गए थे और ऑफिस में रखे 2 करोड़ नगद लेकर प्राथी को भी अपने साथ भी ले गए लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया था.
प्रार्थी की शिकायत के बाद दुर्ग पुलिस शातिर आरोपियों को पकड़ने में सफल हो पाई है. आरोपी के पास से ठगी के एक करोड़ 43 लाख रूपये को बरामद कर लिया गया है. साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से ईडी और सीबीआई के फर्जी आई कार्ड भी बरामद किया है. बाकि बचे ठगी के रुपयों की रिकवरी का प्रयास पुलिस के द्वारा किया जा रहा है.
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