CG Politics: छत्तीसगढ़ ED रेड पर सियासत तेज! कांग्रेस ने बताया 'हाई लेवल षड्यंत्र' तो BJP बोली- ये कांग्रेसियों के कर्मों का परिणाम
Chhattisgarh ED Raid: छत्तीसगढ़ में ईडी की रेड पर सियासत तेज हो गई. कांग्रेस चुनावी साल में बीजेपी पर राजनीतिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है तो वहीं बीजेपी ने इसपर सवाल उठाया है.
Chhattisgarh Politics over ED Raid: छत्तीसगढ़ में अक्टूबर 2022 से लगातार ईडी की कार्रवाई चल रही है. पहले कोयले (Coal Scam) में 500 करोड़ रुपये के घोटाले का ईडी ने दावा किया. इसके बाद शराब कांड में 2 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया गया. इन दोनों मामलों पर एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन चुनावी साल (Chhattisgarh Election 2023) में ईडी की कार्रवाई और तेज हो गई है. जुलाई में ईडी ने आईएएस अफसर रानू साहू को गिरफ्तार किया है. इसके बाद ईडी की कार्रवाई पर अब सियासत भी तेज हो गई है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.
गुरुवार को रायपुर और कोरबा जिले में ईडी ने दबिश दी
दरअसल गुरुवार को ईडी ने फिर कई जिलों में दबिश दी है. इसमें रायपुर और कोरबा जिले का नाम सामने आया है. वहीं आज (4 August) कोयला घोटाले मामले में ईडी आईएएस रानू साहू को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश करेगी. इसके अलावा नोएडा में भी शराब घोटाले से संबंधित एक एफआईआर हुई है, जिसमें नकली होलोग्राम सप्लाई पर ईडी ने एफआईआर करवाई है. इस लिए अब इस मामले पर कांग्रेस बीजेपी कर उच्च स्तरीय राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप लगा रही है और ईडी की तरफ से जितने भी आरोप लगाए गई है,सबको गलता बता कर छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने का आरोप लगा रही है.
ईडी की कार्रवाई पर छत्तीसगढ़ में सियासत तेज
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी अपने संवैधानिक दायरों से बाहर जाकर कार्यवाही कर रही है. ईडी की कार्यवाही करने के तरीके और कार्यप्रणाली बता रही है कि वह भाजपा के राजनैतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिये और कांग्रेस सरकार के खिलाफ झूठ फैलाने के उद्देश्य से कार्यवाहियां की जा रही है.
ईडी अपने अधिकारों से बाहर काल्पनिक और मनगढ़त आरोपों के आधार पर कार्यवाही कर रही है. ईडी की असंवैधानिक कार्यवाही अदालत में नहीं टिकने वाली उसका उद्देश्य 2023 के विधानसभा चुनाव में सरकार की छवि खराब करना है.
ईडी के आरोपों को कांग्रेस ने बताया हाई लेवल राजनीतिक षड्यंत्र
कांग्रेस ने दावा किया है कि ई.डी. द्वारा काल्पनिक शराब घोटाले में सरकार को बदनाम करने के षड्यंत्र में पूरी तरह से विफल रहने के बाद अब बीजेपी के इशारे पर नोएडा पुलिस में एक गैरकानूनी एफ.आई.आर. दर्ज की गयी है. देश के इतिहास का संभवतः यह पहला अनोखा प्रकरण होगा. शुक्ला ने कहा कि ई.डी. द्वारा रायपुर के विशेष न्यायालय के समक्ष प्राप्त प्रकरण में यह बताया गया है कि राज्य में अप्रैल 2019 से नकली होलोग्राम की सप्लाई और बिना ड्यूटी पटाये शराब की बिक्री आरंभ हुई थी.
ई.डी. को इतना बड़ा झूठ बोलते समय यह भी ध्यान नहीं आया कि कथित रूप से नकली होलोग्राम सप्लाई करने वाली नोयडा की कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी एण्ड सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड के मालिक विधु गुप्ता द्वारा राज्य में अक्टूबर 2019 के बाद होलोग्राम सप्लाई का कार्य आरंभ किया गया था.
बीजेपी ने कहा कार्यवाही कांग्रेसियों की कर्मों का परिणाम
दूसरी तरफ ईडी की कार्रवाई से संतुष्ट बीजेपी के प्रवक्ता केदार गुप्ता ने दावा किया कि अधिकारियों और व्यवसायियों के बीच बातचीत के ऑडियो एजेंसियों ने न्यायालय में पेश किए है. इसके अलावा हजारों दस्तावेजी सबूत ईडी और आईटी ने रायपुर दिल्ली और भोपाल में दर्ज मामलों में पेश किए हैं. इन दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से यह दिन के उजाले की तरह साफ है.
इसके अलावा कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि यह कार्यवाही सिर्फ और सिर्फ कांग्रेसियों की कर्मों का परिणाम है. जब भ्रष्ट अधिकारियों व कुछ लोगों पर ईडी एवं आईटी के छापे की कार्यवाही हो रही तो कांग्रेस क्यों परेशान है. कांग्रेस का हाथ क्या भ्रष्टाचारियों के साथ है इस पर कांग्रेस को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए.
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