Ambikapur News: स्वच्छता के लिए छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर का नाम देशभर में गूंजता है. यहां के स्वच्छता मॉडल को जानने, समझने के लिए विदेश से लोग अम्बिकापुर पहुंचते हैं. जून महीने में अमेरिकी प्रोफेसर, लोवा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेरी एंथोनी ने अम्बिकापुर पहुंचकर नगर निगम के स्वच्छता मॉडल को करीब से जाना. साफ-सफाई के मामले में अंबिकापुर की देशभर में अलग पहचान है, लेकिन इस शहर की सड़कों पर गड्ढों की भरमार है, जो यहां की खूबसूरती पर दाग लगाने का काम कर रही है. अम्बिकापुर नगर निगम के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की लापरवाही से शहर की सड़कें जर्जर होकर बारिश के मौसम में जानलेवा बनी हुई है.
हादसों को न्योता दे रहे हैं गड्ढे
दरअसल, शहर के जोड़ा पीपल से गुदरी चौक के बीच जीईएल चर्च के समीप सड़क के खस्ताहाल होने से गर्मी के मौसम में नागरिकों के द्वारा निगम के उपेक्षा से नाराज होकर आपस में चंदा कर सड़क का मरम्मत कराया गया था. उस दौरान निगम के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण मरम्मत कराने का आश्वासन दिया गया था. मगर इस ओर पुनः ध्यान नहीं दिया गया. बारिश के मौसम में हल्की बारिश होने से भी सड़क के गड्ढों में पानी भर जाता है. व्यस्त मार्ग होने के कारण वाहनों का दबाव बना रहता है जिसके कारण सड़क के गड्ढों का आकार और बढ़ रहा है. सूखे मौसम में धूल के गुबार उड़ते है.
लोगों के परेशानी का कारण बन रहे गड्ढे
इसी तरह कलेक्ट्रेट के बगल में भाजपा कार्यालय मार्ग के मोड़ पर भी जानलेवा गड्ढा है. जेल रोड बाबूपारा मार्ग में श्री गुरूनानक निवास के सामने सड़क पर एक एक फीट गहरे गड्ढे हो गए है. गौरवपथ की सड़क भी उखड़ बदहाल हो गई है। गांधीनगर बेरियर से गांधी चौक के बीच और तुर्रापानी सहित अन्य इलाकों में भी सड़क के उखड़ जाने के कारण नागरिकों की परेशानी बढ़ गई है. नागरिकों का कहना है कि निगम प्रशासन के द्वारा बारिश में जानलेवा गड्ढे को भरने के प्रति भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. हर रोज दुर्घटनाएं हो रही है. इस संबंध में अम्बिकापुर नगर निगम के मेयर डॉ अजय तिर्की ने कहा कि अभी डस्ट की समस्या से निवारण के लिए पहल किया जाएगा, और सड़क के काम भी बचे हुए है. गड्ढों में मटेरियल भरकर ठीक किया जाएगा.