Chhattisgarh: तेज बारिश के समय अक्सर बिजली गिरने की घटनाएं सामने आती हैं. आकाशीय बिजली की चपेट में आने से लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है. एक जानकारी के मुताबिक देश में हर साल बिजली गिरने से लगभग 3,000 लोगों की जान चली जाती है. हम इन घटनाओं पर रोक तो नहीं लगा सकते लेकिन कुछ ऐसी सावधानियां जरूर बरत सकते हैं जिससे कि हम अपने आप को सुरक्षित रख सकें.
मौसम वैज्ञानियों की मानें तो जब भी आंधी आती है या तेज बारिश होती है. हमें किसी ठोस संरचना के अंदर आश्रय लेना चाहिए. भारी बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं का सीधा संबंध जलवायु परिवर्तन से है.
आकाशीय बिजली से बचने के लिए इन बातों का रखें खास ख्याल
- तेज बारिश, आंधी या बिजली गिरने के दौरान लगातार गिरते पानी के संपर्क से बचें. कभी भी स्विमिंग पूल में प्रवेश न करें. बर्तन धोने, नहाने आदि से बचें.
- यदि आप किसी पर्वतीय स्थानों पर घूमने गए हैं तो चट्टानों से दूर रहें.
- इस दौरान खुली छत के नीचे जैसे खेत या किसी खुले स्थान के बजाय छत, शेड आदि के नीचे खुद को सुरक्षित कर लें.
- मौसम वैज्ञानियों के अनुसार बिजली चमकने के 30 सेकेंड के बाद बिजली के गरजने की आवाज सुनाई देती है. ऐसे में ये समझ लें कि गरज के पहले आपको संकेत मिल जाता है.
- इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूर रहें. रेडियो, टेलीविजन, कंप्यूटर, लैपटॉप, फ्रीज, ड्रायर, एयर कंडीशनर जैसे बिजली के आउटलेट से जुड़ी किसी भी चीज़ का उपयोग न करें.
- आंधी के दौरान कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और न ही कंक्रीट की दीवारों पर झुकें.
- ऊंची संरचनाओं के पास न रहें. ऊंची इमारतों से दूर रहें, जैसे टेलीफोन के खंभे और पेड़ आदि.
- कॉर्डेड फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें. हालांकि, इस दौरान ताररहित या सेल्युलर फोन का उपयोग करना सुरक्षित हो सकता है.
आप इन बातों का ध्यान रखकर आकाशीय बिजली के प्रभाव से खुद को बचा सकते हैं. वैसे तेज बारिश या आंधी के दौरान बहुत जरूर न हो तो घर पर ही रहें और खासकर बच्चों और पालतू पशुओं की सुरक्षा का ध्यान रखें.
इसे भी पढ़ें: