Raigarh News: देश में आए दिन हिंदू-मुस्लिम को लेकर राजनीति होती रहती है. धर्म के नाम पर दोनों समुदायों को भड़काने वाले धर्म के कथित ठेकेदार हमेशा सक्रिय रहते हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के रायगढ़ (Chhattisgarh) जिले में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिल रही है. इसका उदाहरण हंडी चौक दुर्गा पूजा समिति (Durga Puja 2022) है. यहां मुस्लिम समुदाय के सलीम नियारिया 1988 से हंडी चौक पर दुर्गा उत्सव का प्रबंधन देख रहे हैं. वे रायगढ़ नगर निगम के पार्षद भी हैं. सलीम कहते हैं कि इस इलाके का सांप्रदायिक सौहार्द देश के लिए उदाहरण है. यहां मुस्मिल और हिंदू दोनों समुदाय एक दूसरे के त्यौहारों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं.


सलीम नियारिया के नेतृत्व में दुर्गोत्सव
बता दें कि रायगढ़ में नवरात्र (Navratri 2022) के अवसर पर 100 से अधिक पंडालों में दुर्गा माता की प्रतिमा स्थापित की गई है. हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन, पूजा अर्चना के लिए उमड़ रहे हैं. अगर बात करें हंडी चौक दुर्गा पूजा समिति कि तो यहां सलीम नियारिया के नेतृत्व में दुर्गोत्सव मनाई जा रही है. आकर्षक आर्टिफिशियल फूलों से खूबसूरत तरीके से पंडाल सजाया गया है. हंडी चौक की दुर्गा प्रतिमा की एक और खासियत ये भी है कि इस प्रतिमा में मिट्टी का ही उपयोग किया गया है. मूर्ति के अलावा सभी साज सज्जा मिट्टी से बनाई गई है.


Chhattisgarh: बीजेपी को कोसने वाले के साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता निकालेंगे स्वाभिमान यात्रा, यहां जानिए पूरा मामला


दफ्तर पहुंच करते हैं हनुमान की पूजा
सलीम नियारिया वर्तमान में रायगढ़ नगर निगम के एमआईसी सदस्य है. वह न केवल देवी प्रतिमा की स्थापना करते हैं बल्कि नवमी के दिन विसर्जन से पहले समापन की भी सारी क्रियाओं को संपन्न करते हैं. उन्होंने क्षेत्र में एक हनुमान मंदिर की भी स्थापना कराई है. इसके अलावा नगर निगम के दफ्तर में भी वे हनुमानजी की फोटो रखे हैं. कार्यालय में पहुंचने के बाद सबसे पहले वे हनुमानजी की पूजा करते हैं. सलीम नियारिया बताते हैं कि हंडी चौक दुर्गा समिति में कुल 25 सदस्यों में से तीन मुसलमान ही हैं और दुर्गा उत्सव के आयोजन में वह काफी सक्रिय भूमिका निभाते हैं.


Navratri 2022: छत्तीसगढ़ में इस जगह देवी मां को लगाए गए 10 हजार गुपचुप के भोग, श्रद्धालुओं में बांटे गए प्रसाद