Chhattisgarh News: रायगढ़ में हॉस्टल का काम अधूरा होने के कारण कॉलेज प्रबंधन ने नहीं लिया था हैंडओवर, अब हो गया खंडहर
Raigarh: रायगढ़ किरोड़ीमल शासकीय कला और विज्ञान महाविद्यालय के लिए करीब एक करोड़ की लागत से 100 बिस्तर वाला हॉस्टल बनाया गया है. पुराना हॉस्टल जर्जर होने के बाद नया भवन बनाया गया है.
Raigarh News: रायगढ़ (Raigarh) जिले में डिग्री कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए बनाया गया 100 बिस्तर वाला हॉस्टल पिछले चार साल से उद्घाटन का इंतजार कर रहा है. कोरोना से पहले ही बिल्डिंग तैयार है, लेकिन अब तक इसे कॉलेज को हैंडओवर नहीं किया जा सका है. ऐसे में बिल्डिंग से लाखों रुपये के दरवाजे खिड़कियां चोरी हो गई हैं. वायरिंग को उखाड़ कर चोर ले गए हैं. अब नौबत ऐसी है कि नई बिल्डिंग पुराने से भी बदत्तर हो गई है.
अब बचा सामान भी धीरे-धीरे चोरी हो रहा है. ऐसे में तैयार बिल्डिंग किसी काम का नहीं रह गया गई है. रायगढ़ किरोड़ीमल शासकीय कला और विज्ञान महाविद्यालय के लिए करीब एक करोड़ की लागत से 100 बिस्तर वाला हॉस्टल बनाया गया है. पुराना हॉस्टल जर्जर होने के बाद नया भवन ठीक पुराने हॉस्टल के सामने बनाया गया है. जर्जर होने के बाद पुराने हॉस्टल को बंद कर दिया गया है. अब नए भवन के इंतजार में हॉस्टल पूरी तरह से बंद है.
नए भवन का काम 2019 में पूरा
नए भवन का काम साल 2019 में पूरा हो गया था, जिसके बाद इसे कॉलेज को हैंडओवर किया जा रहा था. मगर किसी कारण से पेंच फंस गया और हैंडओवर प्रक्रिया पूरा नहीं हो सकी. उसके बाद कोरोना संक्रमण के दौरान बिल्डिंग से सामान चोरी होना शुरू हुआ, जो आज तक जारी है. अब स्थिति यह है कि बिल्डिंग में दरवाजे नहीं है, खिड़कियां भी पूरी तरह से गायब हो गई हैं. यहां तक की बिल्डिंग से वायरिंग को भी चोर उखाड़ कर ले गए हैं.
अब ऐसे में कॉलेज से हैंडओवर कैसे ले. अब मसला कॉलेज और पीडब्ल्यूडी के बीच फंस सा गया है. साल 2019 के अंतिम में जब हॉस्टल बिल्डिंग तैयार हुई तो पीडब्यूडी ने इसे कॉलेज को हैंडओवर करने का प्रयास किया था. मगर कॉलेज ने यह बोल कर हैंडओवर लेने से मना कर दिया था कि कॉलेज में पंखे नहीं लग पाए हैं. पंखे लगाकर दें, जिसके बाद हैंडओवर लिया जाएगा.
कॉलेज में हॉस्टल के लिए सेटअप नहीं
कॉलेज में हॉस्टल संचालन के लिए सेटअप नहीं है. ऐसे में लंबे समय से सेटअप की मांग भी की जा रही है. यह भी एक वजह है, जिसके कारण लेट हुआ होगा. जिसके कारण अब बिल्डिंग की जर्जर हालत हो गई है. हॉस्टल संचालन के लिए अधीक्षक के साथ सुरक्षाकर्मी, कुक, वार्डन, चपरासी की आवश्यकता होती है. जो कॉलेज प्रबंधन के पास अभी नहीं है. जिससे हॉस्टल संचालन में थोड़ी दिक्कत है.
डिग्री कॉलेज की प्रिंसिपल प्रीतिबाला बैस ने बताया कि छात्रावास भवन बनकर तैयार है. अभी भवन हैंडओवर नहीं हुआ है. हैंडओवर होने के बाद छात्रावास का संचालन कॉलेज प्रबंधन द्वारा किया जाएगा. हैंडओवर होने का इंतजार है.
ये भी पढ़ें- Chhattisgarh News: अस्पताल में खड़ी रही मुक्तांजलि, फिर भी परिवार निजी एंबुलेंस से ले गया शव, ड्राइवर ने किया गुमराह