कैंटीन ठेकेदार पर 50 हजार का ठोका जुर्माना, निरीक्षण के लिए रायगढ़ स्टेशन पहुंचे थे जीएम
Raigarh News: रेलवे जीएम और डीआरएम सहित दो दर्जन से अधिक अधिकारियों की टीम बुधवार सुबह रायगढ़ पहुंची. एक-एक स्टॉल में जाकर जीएम ने जांच की और सामान बिक्री करने वालों से जाकर चर्चा की.
Chhattisgarh News: कैप्सूल वाहन से सुबह रेलवे जीएम और डीआरएम सहित दो दर्जन से अधिक अधिकारियों की टीम रायगढ़ पहुंची. पहले ईबी, ब्रजराजनगर का निरीक्षण किया, फिर रायगढ़ पूरी टीम के साथ पहुंचे.
तीन नंबर प्लेटफार्म में वाहन रूका, जिसके बाद एक-एक स्टॉल में जाकर जीएम ने जांच की. सामान बिक्री करने वालों से जाकर चर्चा की, जिसके बाद टूटे शेड को देखकर नाराजगी जताई. निरीक्षण करने के बाद जीएम एक नंबर प्लेटफार्म होते हुए लॉबी की ओर आगे बढ़े. जहां से सीधे रनिंग रूम पहुंचे.
जहां बेड की संख्या देखते हुए किचन और डायनिंग हाल का निरीक्षण किया. किचन में अव्यवस्था पर नाराजगी जताई. जहां शिकायत को अनदेखा करने वाले ठेकेदार पर हर शिकायत के लिए 10-10 हजार करीब 50 हजार जुर्माना लगा दिया है.
दरअसल, कैप्सूल वाहन से जीएम विजय कुमार साहू और डीआरएम प्रवीण पाण्डेय रेलवे स्टेशन रायगढ़ की जांच में पहुंचे. करीब दोपहर 1 बजे रायगढ़ स्टेशन पहुंचे. जहां सीधे प्लेटफार्म नंबर तीन में स्थित स्टॉल में जाकर स्टॉफ से चर्चा की. उनसे सामग्री के संबंध में पूछताछ कर आगे बढ़े. महिलाओं के लिए बनाए गए पिंक जोन में जाकर व्यवस्था देखा. जहां उपर शेड उखड़ा हुआ है. जिसका कारण अधिकारियों से पूछा गया. जिसकी सुधार क्यों नही किया है पूछा गया.
जिसके बाद सीधे प्लेटफार्म 1 से लॉबी की ओर होते हुए रनिंग रूम पहुंचे. जहां बिल्डिंग की कंडिशन और किचन, बाथरूम, कमरे की जांच की. कमरे साफ सफाई को लेकर नाराजगी जताई. इसके बाद जीएम किचन तक पहुंचे. किचन में गैस पाईप लाईन नहीं होने पर नाराजगी जताई. उन्होने के कहा पूरे इंडियन रेलवे में इसकी व्यवस्था हो चुकी है पर यहां क्यों नही.
लोको पायलट के साथ टेबल पर बैठ गए जीएम
जांच के दौरान जीएम किचन की जांच करते हुए डायनिंग हॉल में पहुंचे. जहां लोको पायलट के बीच बैठकर उनसे परेशानी पूछी. कहा इतना खाकर ट्रेन तो चला लोगे न. उन्होने हां में जवाब देते हुए कहा आज खाना ठीक-ठाक बना है, इसके पहले कभी चावल पका नहीं रहता तो कभी सब्जी. एक ही सब्जी और दाल में खाना खिला देते है.
दिन में एक बार खाना बनाकर दिन भर उसे ही खिलाते है. समय पर खाना और नाश्ता नहीं बनाया जाता है. जिसकी शिकायत पुस्तिका में करने पर भी कार्रवाई नहीं होता है. ऐसे में शिकायत पुस्तिका देखा गया. कोई निराकरण नहीं करने पर अफसर नाराज हो गए. जहां लगातार 5 शिकायत पढ़ाई. फिर मौके पर फटकार लगाते हुए 50 हजार रूपये जुर्माना लगाया है.
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